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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org मन्त्र १६६ | शावर तन्त्र शास्त्र कंकड़ियों को निकाल लायें । ये कंकड़ियाँ जिस व्यक्ति के घर में गाढ़ दी जायेंगी, वहां पत्थर बरसने आरम्भ हो जायेंगे। जब उन कंकड़ियों को बाहर निकाला जायेगा, तभी पत्थरों का बरसना बन्द हो सकेगा । हाँडी बांधने का मन्त्र Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - "खनाह की माटी चरी का पानी गध चढ़ि भीख यलानी काची पाली ऊपर जड़ी वज्र की ताली तुले भैरों किलकिलै ऊपर नरसिंह गाजे मेरी बांधे हाँडी उकल तो गुरु गोरखनाथ की लाज । शब्द साँचा पिण्ड काँचा फुरो मंत्र ईश्वरोवाचा ।" प्रयोग-विधि रास्ते की ७ कंकड़ी लेकर, एक-एक कंकड़ी पर सात-सात बार मन्त्र पढ़कर हाँडी में मारने से चाहे जितनी आग जलाई जाय, फिर भी हांडी गरम नहीं होगी । बाघ बराने ( भगाने) का मंत्र ( १ ) निम्नलिखित मन्त्र को तीन बार पढ़कर चार कंकड़ चारों दिशाओं में डालकर, उसके बीच में बैठ जाने से बाघ (व्याघ्र ) समीप नहीं आता । यदि कभी जंगल आदि में बाघ से घिर जाने और प्राण जाने का भय उपस्थित हो तो इस प्रयोग को करना चाहिए । मन्त्र इस प्रकार है मन्त्र - "बैठी बठा कहां चल्यो पूर्व देश चल्यो आँख बांब्यौ तीनों कान बांध्यो तीनों मुँह बांध्यो मुँह केत जिह्वा बांधौ अधौ डांड बांधौ चारिउ गोड बांधौ तेरी पोछि बांधौ न बांधौ तो मेरी आन गुरु की आन वज्र डांड बांधौ दोहाई महादेव पार्वती के ।" बाघ ( भगाने) का मन्त्र ( २ ) निम्नलिखित मन्त्रों में से किसी एक की १० For Private And Personal Use Only बार पढ़ कर अपने
SR No.020671
Book TitleShavar Tantra Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajesh Dikshit
PublisherDeep Publications
Publication Year1994
Total Pages298
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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