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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra प्रयोग-विधि दिन में ठीक हो जाता है । इस मन्त्र से अभिमन्त्रित विभूति रोगी को खिला देने से वह तीन www.kobatirth.org - मन्त्र मन्त्र -" चमारे बभने कैल मिताई । ओकारे पापे परुर साई । सूर्य देवता साखी । जो अब रसाइरहे माखी ।" साधन-विधि ग्रहण के समय १०००० की संख्या में जपने से यह मन्त्र सिद्ध होता है। प्रयोग-विधि कीड़ा झाड़ने का यन्त्र ( १ ) दोपहर के समय इस मन्त्र द्वारा ७ कंकड़ियों को अभिमन्त्रित करके मारने से कीड़े झड़ जाते हैं । कीड़ा झाड़ने का मन्त्र ( २ ) शावर तन्त्र शास्त्र १५१ मन्त्र --- "गंगा पार बबुर के गाछी । झरे कोरा झरे रसाइ ईश्वर महादेव गौरा पार्वती के दुहाई । " साधन एवं प्रयोग विधि मन्त्र संख्या १ के अनुसार । साधन-विधि Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रयोग-विधि कीड़ा झाड़ने का मन्त्र ( ३ ) - " महन्ते पटवारी अरजगाती क्या जिनके पायों की डा गया ।" मन्त्र संख्या १ के अनुसार For Private And Personal Use Only चौराहे की ७ कंकड़ियों को इस मन्त्र द्वारा ३ बार अभिमन्त्रित करके जिस व्यक्ति का जानवर हो, उसका नाम लेकर, उसके मालिक को कंकड़ी
SR No.020671
Book TitleShavar Tantra Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajesh Dikshit
PublisherDeep Publications
Publication Year1994
Total Pages298
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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