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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra १४८ | शावर तन्त्र शास्त्र साधन एवं प्रयोग विधि मन्त्र -- "बीछी तौरै कै जाति छः पोयरी छः परवारी वोधा पषाना पसस्वपाउ तोरी विषितइ में नाहि ठाउ ऊपर जा सिगधे षाउ ( खाउ ) शिव वचन शिव नारि हनुमान के आन महादेव के आन गौरा पार्वती के आन नोना चमारिन के आन उतारि आउ ।” मन्त्र www.kobatirth.org मन्त्र संख्या ३ के अनुसार । बिच्छू - विष झाड़ने का मन्त्र ( ५ ) -- मन्त्रा- - " अब हट मुठि बैगन भावि उतरू बीछी मति करुवानि ।” साधन एवं प्रयोग विधि मन्त्र संख्या ३ के अनुसार । साधन-विधि Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रयोग विधि बिच्छू - विष झाड़ने का मन्त्र ( ६ ) -"कायो पाये शिर मानिकरा मुख मोड़ो मरिजासि अनखांधनो पानी पावै बांधि उतरि जासि ।" बिच्छू - विष झाड़ने का मन्त्र ( ७ ) मन्त्र संख्या ३ के अनुसार । जो व्यक्ति किसी बिच्छू काटे आदमी का समाचार लेकर आये, उसे उक्त मन्त्र द्वारा ७ बार अभिमन्त्रित पानी पिला देने से बिच्छू काटे हुए आदमी का विष उतर जाता है । यही प्रयोग जिस व्यक्ति को बिच्छू ने डंक मारा हो, उस पर भी किया जा सकता है । बिच्छू विष झाड़ने का मन्त्र मन्त्र -- "टूटे खाट पुराने बान, चढ़ जा बीछू शिर के तान ।" For Private And Personal Use Only
SR No.020671
Book TitleShavar Tantra Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajesh Dikshit
PublisherDeep Publications
Publication Year1994
Total Pages298
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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