________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ---अभियोगः झूठा या निराधार आरोप,-अभिशंसनम् एकत्र हुआ, मुकाबला किया गया, मिश्रित 2. मिला झूठा आक्षेप, मिथ्या दोषारोपण,-अभिशापः 1. झूठी हुआ, मुठभेड़ हुई 3. मिश्रित 4. एक स्थान पर रक्खे भविष्यवाणी 2. झुठा या अन्याय्य दावा, --आचारः हुए, सबको ग्रहण किया हुआ। गलत या अनुचित आचरण, आहारः गलत भोजन, | मिलिन्दः मधुमक्खी, भौरा–परिणतमकरन्दमामिकास्ते ----उत्तरम् झूठा या गोलमोल जवाब,-उपचारः जगति भवन्तु चिरायुषो मिलिन्दाः .. भामि० 118,15 / बनावटी कृपा या सेवा,-कर्मन (नपुं०) झूठा कार्य, मिलिन्दक: एक प्रकार का साँप / --कोपः,-क्रोधः झूठ मूठ का गुस्सा,-प्रायः मिथ्या मिश (भ्वा० पर० मेशति) 1. शोर करना, कोलाहल मूल्य, ग्रहः, ग्रहणम् समझने में भूल होना, गलत करना 2. क्रुद्ध होना। समझना,-चर्या पाखंड,-ज्ञानम् अशुद्धि, त्रुटि, मिथ् (चुरा० उभ० मिश्रयति--ते - 'मिथ' की ना० गलतफहमी,--वर्शनम पाखंडधर्म, नास्तिकता,-दृष्टि: घा०) मिलाना, गड्डमड्ड करना, जोड़ना, घोलना, (स्त्री०) मतविरोध, नास्तिकता के सिद्धान्तों को संयुक्त गरना, बढ़ाना - वाचन मिश्रयति यद्यपि मे मानना, --पुरुषः छाया पुरुष,-प्रतिज्ञ (वि.) झूठी बचोभिः --श० 1131, न मिश्रयति लोचने -- भामि० प्रतिज्ञा करने वाला, दगाबाज,-फलम् काल्पनिक 2 / 140 / लाभ,--मतिः भ्रम, अशुद्धि, श्रुटि,-वचनम्-वाक्यम् / मिश्र (वि०) 1. मिला हवा, घोला हआ, गड्डमड्ड किया मिथ्यात्व, झूठ,--वार्ता झूठा विवरण,-साक्षिन् (पुं०) हआ, मिलाया हुआ गद्यं पद्यं मिथं च तत् विधव झूठा गवाह / व्यवस्थितम्-काव्या० 111, 31, 32, रघु० 16 // मिद / (भ्वा० आ०, दिवा०, चरा०, उभ० मेदते, मेद्यति-ते, 32 2. साथ लगा हुबा, संयुक्त 3. बहुविध, नाना मेहयति ते) 1. चिकना या स्निग्ध होना 2. पिघ- प्रकार का 4. उलझा हुआ, अन्तर्वलित 5. (समास लना 3. मोटा होना 4. प्रेम करना, स्नेह करना / के अन्त में) मिश्रणसमेत, अधिकांशतः युक्त, श्रः ii (भ्वा० उभ मेदति-ते) दे० मिथ् / 1. आदरणीय या योज्य व्यक्ति, यह शब्द प्रायः बड़े बड़े मिवम् 1. तन्द्रा, निठल्लापन, सुस्ती 2. जड़ता, निद्रालुता, पुरुषों और विद्वानों के नार्मा से पूर्व लगाया जाता है मन्दता (उत्साह की भी)।। ... आयमिथाः प्रमाणम् - मालवि० 1, वसिष्ठमिश्रः, मिन्द ( भ्वा० चुरा० पर० मिन्दति, मिन्दयति ) दे. मंडनमिश्रः आदि 2. एक प्रकार का हाथी, श्रम् मिद् . / 1. मिश्रण 2. एक प्रकार की मली, सलजम / सम० मिन्द्र (भ्वा० पर० मिन्वति) 1. छिड़कना, तर करना -जः खच्चर,-वर्ण (वि.) मिश्रित रंग का 2. सम्मान करना, पूजा करना। (---णम्) एक प्रकार की काली अगर की लकड़ी, मिल (तुदा० उभ० मिलति ते, सामान्यत: मिलति, ----शब्दः खच्चर। मिलित) 1. सम्मिलित होना, मिलना, साथ होना मिश्रक (वि.) 1. मिथित, गडुमड किया हुआ 2. फुटकर, -रुमण्वतो मिलितः रत्न०४ 2. आना या परस्पर ---क: संयोजक 3. व्यापारिक वस्तुओं में मिलावट मिलना, सम्मिलित होना, इकट्ठे होना, एकत्र होना करने वाला,--कम खारी मिट्टी से पैदा किया गया / ये चान्ये सुहृदः समृद्धिसमये द्रव्याभिलायाकू-। नमक / लास्ते सर्वत्र मिलन्ति हि० 11210; याता: कि न मिश्रणम मिलाना, घोलना, संयुक्त करना / मिलान्त अमरु 10, मालताशलामुख" गात० मिश्रित (भ० 0 0) 1. मिला हआ. घला हवा, 1, स पात्रे समितोऽन्यत्र भोजनान्मिलितो न यः | संयक्त 2. बढ़ाया हुआ 3. आदरणीय / --..त्रिका. 3. मिश्रित होना, मिलना, संपर्क में आना। पक म आना मिष् (तुदा० पर० मिषति) 1. आंख खोलना, झपकना -मिलति तव तोयम॑गमदः-गंगा० 7. मिलना, 2. देखना, विवशतापूर्वक देखना-जातवेदो मुखामकाबला करना (युद्धादि में) सघन होना, सटना, न्मायी मिषतामाच्छिनत्ति नः---कू० 246 3. प्रति5. घटित होना, होना 6. मिलना, साथ आ पड़ना -- द्वंद्विता करना, होड़ लेना, प्रतिस्पर्धा करना, उद्-, प्रेर० मेलयति-ते, एकत्र लाना, इकट्ठे होना, सम्मेलन 1. आखें खोलना----उन्मिषन्निमिषन्नपि-भग० 5 / 9, बुलाना। 2. (आँखों की तरह) खोलना-कु०४।२ 3. खुलना, मिलनम् 1. सम्मिलित होना, मिलना, एक स्थान पर खिलना, फुल्लित होना 4. उदय होना 5. चमकना, एकत्र होना 2. मुकाबला करना 3. सम्पर्क, मिश्रित जगमगाना, नि---, आंखें मूंदना-भग० 5 / 9 / होना, संपर्क में आना व्यालनिलयमिलनेन गरलमिव ii (भ्वा० पर० मेपति) आर्द्र करना, तर करना, कलयति मलयसमीरम् गीत० 4 / छिड़कना। मिलित (भू० क० कृ०) 1. एक स्थान पर आया हुआ, / मिषः प्रतिस्पर्धा, प्रतिद्वंद्विता,-षम् बहाना छद्मवेष, धोखा, For Private and Personal Use Only