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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir --वः मगरमच्छ,-देवी बुद्ध की माता का नाम, सुतः। ... प्रेम के संकेत करने वाला माराङ रतिकेलिसंकूलबुद्ध,- घर (वि०) कपटपूर्ण, भ्रमात्मक,-पटु (वि.) रणारम्भे-गीत० १२,--अभिभूभुः ?) बुद्ध का धोखा देने में कुशल, जालसाज, ठग,-प्रयोगः विशेषण,--अरिः--रिपु शिव,-आत्मक (वि०) 1. धोखा, जालसाजी या दांवपेंच का प्रयोग 2. जादू का हत्यारा-कथं मारात्मके त्वयि विश्वासः कर्तव्यः प्रयोग,-मुग (वि०) मिथ्याहरिण, भ्रमात्मक या -हि० १,-जित् (पुं०) 1. शिव का विशषण छाया मृग, - यंत्रम् जादू-टोना,-योग: जादू करना, | 2. धुद्ध का विशेषण / -वचनम् झूठे या कपटपूर्ण शब्द,-बावः भ्रान्ति का | मारकः [म+णिच् +ण्वुल] 1. कोई घातक रोग, महामारी, सिद्धांत इस सिद्धान्त के अनुसार सारी सृष्टि मिथ्या 2. कामदेव 3. हत्या करने वाला, विनाशकर्ता समझी जाती है, बुद्धवाद, -विद् (वि०) कपट जाल 4. बाज। रखने में कुशल, या जादू की कला,- सुतः बुद्ध का मारकत (वि.) (स्त्री०-ती) [मरकत+अण] पन्ने से विशेषण। संबद्ध,-काचः काञ्चनसंसर्गाद्धते मारकतीं द्युतिम् मायावत् (वि०) [ माया+मतुप् ] 1. कपटपूर्ण, जाल- -हि० प्र०४१। साज 2. भ्रान्तियुक्त, अवास्तविक, भ्रभोत्पादक | मारणम् [म+णिच् +ल्युट्] 1. हत्या, वध, कतल, विनाश 3. इन्द्रजाल की कला में कुशल, जादू की शक्ति लगाने -पशुमारणकर्मदारुणः-श० 6.1 2. शत्रु का विनाश वाला--पुं० कंस का विशेषण, ती प्रद्युम्न की पत्नी करने के लिए किया गया जादूटोना 3. फंकना, राख का नाम / कर देना 4. एक प्रकार का विष। मायाविन् (वि.) [ माया अस्त्यर्थे विनि ] 1. धोखेबाजी | मारिः (स्त्री०) [म+णिच् इन्] 1. घातकरोग, महा या चाल से काम लेने वाला, कूटयुक्ति का प्रयोग | मारी 2. हत्या, बर्बादी, विनाश। करने वाला, धोखेबाज, जालसाज-प्रजन्ति ते मढषियः | मारिच (वि.) (स्त्री०-ची) मिरिच+अण] मिर्च का पराभवं भवन्ति मायाविषु ये न मायिन:-कि० 1130 | बना हुआ। 2. जादू के कार्य में कुशल 3. अवास्तविक, भ्रान्ति- मारिषः[मा रिष्यति हिनस्ति-~मा+-रिषु+क] किसी जनक, (पुं०) ऐन्द्रजालिक, जादूगर 2. बिल्ली, नपुं० मुख्य पात्र को सूत्रधार द्वारा नाटक में संबोधित करने माजफल। के लिए सम्मानयुक्त रीति, आदरणीय, श्रद्धेय-दे० मायिक (वि०) [माया+ठन् ] 1. कपटमय, जालसाज उत्तर. 1, मा०१। 2. भ्रान्तिमान्, अवास्तविक,---क: जादूगर,---कम् मारी [मारि+हीष्] 1. प्लेग, घातक रोग, संक्रामक रोग माजूफल। 2. घातक या मारक रोगों की अधिष्ठात्री देवता मायिन् (वि०) [ माया+इनि ] दे० मायाविन्,—पुं० | दुर्गा / 1. बाजीगर 2. धूर्त, ठग 3. ब्रह्मा या काम का मारीचः (पुं०) 1. ताडका और सुन्द राक्षस की सन्तान, नामान्तर। मारीच नाम का राक्षस / यह स्वर्णमृग का रूप मायुः [ मि+उण् ] 1. सूर्य 2. पित्त, पंत्तिक रस (इस | धारण करके राम को सीता से दूर भगा ले गया अर्थ में नपुं० भी)। जिससे कि रावण को सीता का अपहरण करने का मायूर (वि०) (स्त्री०-री) [ मयूर+अण् ] 1. मोर अवसर मिल गया 2. एक विशाल या राजकीय "से संबंध रखने वाला, या मोर से उत्पन्न होने वाला हाथी 3. एकार का पौधा,-चम् मिर्च की झाड़ियों 2. मोर के पंखों से बना हुआ 3. गाड़ी की भांति) का संग्रह। मोर द्वारा खींचा जाने वाला 4. मोर को प्रिय,-- रम् मारण्डः (पुं०) 1. सांप का अण्डा 2. गोबर 3. पथ, मार्ग, मोरों का समूह / सड़क / मायूरकः, मायूरिकः [ मयूर+बुञ , ठक् वा ] मोर पक- | मारुत (वि०) (स्त्री०-ती) [मरुत् + अण] 1. मरुत ड़ने वाला। संबंधी या मरुत् से उत्पन्न होने वाला 2. वाय से मारः। मघा ] 1. हत्या, वध, कतल -अशेषप्राणि- संबंध रखने वाला, वायवी, हवाई,-तः 1. हवा-रघु० नामासीदमारो दश वत्सरान्- राजत० 5 / 64 2112, 34, 4 / 54, मनु० 4 / 122 2. वाय का 2. बाधा, विघ्न, विरोध 3. कामदेव,-श्यामात्मा देवता, पवन की अधिष्ठात्री देवता 3. श्वास लेना कुटिल: करोतु कबरीभारोऽपि मारोद्यमम् - गीत०३ 4. प्राण, शरीर के तीन मूल रसों (वात, पित्त, कफ) (यहाँ 'मार'का मुख्य अर्थ 'हत्या' है)-नाग० 11 में से एक 5. हाथी की सूंड,-तम् स्वाति नाम का 4.प्रेम, प्रणयोन्माद 5. धतूरा 6. अनिष्ट, (बौद्धों के अनु-1 नक्षत्र। सम०--अशनः सांप-आत्मजः---सुतः, सार) विनाशक / सम० -- अङ्ग (वि.) 'प्रेमचिह्नित'। -सूनुः 1. हनुमान् के विशेषण 2. भीम के विशेषण / For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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