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( ५४४ ) बन, क्रीडोद्यान 2. खेत 3. स्त्रियों का रनवास, राजा । पुरस्कार 3. भाड़ा, मजदूरी 4. अदायगी, चुनौती का अन्तःपुर 4. दरवाज़ा 5. वक्ष की कोटर ।
-शि० ११५० 5. अदला-बदली, विनिमय । निष्कुटिः,-टी (स्त्री०) [निस्+कुट+इन्, स्त्रियाँ डीप]/ निष्क्रयणम् [निस्+की+ल्वट ] निस्तार, छुटकारा, बड़ी इलायची।
बन्दी का उद्धार-मूल्य । निष्कुषित (भू० क० कृ०) [निस्+कुष्+क्त ] 1. फाड़ा निष्क्काथः [ निस् । क्वथ् +घञ ] 1. काढ़ा 2. रसा,
हुआ, बलात् बाहर खींचा हुआ, विदीर्ण---रघु० | शोरबा । ७५० 2. निकाला हुआ, निर्वासित--दे० निस् पूर्वक | निष्टपनम् [निस्+त+ल्यट् ] जलन, । 'कुष्' ।
निष्टानकः [ निस्+तानक: ] घनध्वनि, कलकल ध्वनि, निष्कुहः [निस् - कुह, +अच् ] वृक्ष की कोटर-तु० __ मरमरध्वनि ।
'निष्कुट'। निष्कृत (भू० क० कृ०) [निस++क्त ] 1. ले जाया
निष्ठ (बि०) [ नितरां तिष्ठति ----नि+स्था+क 1 (प्रायः
समास के अंत में) 1. अन्दर रहने वाला, स्थित गया, हटाया गया 2. जिसने प्रायश्चित्त कर लिया
तनिष्ठे फेने 2. निर्भर, आश्रित, संकेत करने वाला है, दोषमुक्त, क्षमा किया गया, तम् प्रायश्चित्त या
या संबंध रखने वाला -तमोनिष्ठाः- मनु० १२।९५ परिशोधन ।
3. भक्त, अनुरक्त, अभ्यास करने वाला, इरादा निष्कृतिः (स्त्री०) [ निश्++क्तिन् ] 1. प्रायश्चित्त, --सत्यनिष्ठ 4. कुशल 5. आस्था रखने वाला--धर्म
परिशोधन पंच० ३११५७ 2. निस्तार, प्रतिदान, निष्ट,--ठा 1. अवस्था, दशा 2. स्थैर्य, दृढ़ता, स्थिऋणशोधन, कर्तव्यसम्पादने-न तस्य निष्कृतिः शक्या रता –नभो निष्ठा-शून्यं भ्रमति च किमप्यालिवति कर्तु वर्ष शतैरपि-मनु० २।२२७, ३।१९, ८।१०५, ९। च-मा० ११३१ 3. भक्ति, श्रद्धा, घनिष्ठ अनुराग १९, ११।२७ 3. हटाना ५. आरोग्यलाभ, चिकित्सा, 4. विश्वास, दृढ़ भक्ति, आस्था-शास्त्रेषु निप्या-मा० प्रतीकार 5. टालना, बचना 6. अपेक्षा करना 7. बुरा ३।११, भग० ३।३ 5. श्रेष्ठता, कुशलता, प्रवीणता, चालचलन, बदमाशी।
पूर्णता 6. उपरांहार, अन्त, अवसान --अत्यारूढिर्भवति निष्कृष्ट (भू० क० कृ०) [निस- कृष्+क्त ] 1. उखाड़ा महतामप्यपभ्रंशनिष्ठा-श० ४ 7. उत्क्रान्ति या
हआ, खींच कर बाहर निकाला हुआ, उद्धत 2. नाटक का अन्त 8. निष्पत्ति, संपूर्ति --मनु० ८।२२७ संक्षिप्तावृत्ति ।
9. चरम विन्दु 10. मृत्यु, विनाश, प्रला 11. स्थिर निष्कोषः, निष्कोषणम् [ निस्+कुष्--क्त ल्युट वा ] 1. या निश्चित ज्ञान, निश्चिति 12. भिक्षा मांगना 13.
फाड़ना, खींचकर बाहर निकालना, उखाड़ना, उन्म- भोगना, कष्ट उठाना, दुःख, चिन्ता 11. (या) क्त,
लन करना 2. भूसी निकालना, छिल्का उतारना। वतवतु (त और तवत्) के लिए पारिभागिा शब्द । निष्कोषणकम् [निष्कोपण+कन् ] दांत खुरचनी पंच. | मिष्ठानम [ नि स्था+ल्यट | चटनी, मसाला । १७१।
निष्ठी (2) वः,-बम् , निष्ठो (प्ठे) बनम् निष्ठीवितम निष्क्रमः [ निरा+ऋम्+घञ ] 1. बाहर जाना, निक
[नि-+-ष्टि -+घञ, दीयः, दीर्घाभावे गुगः; ल्युट लना 2. बिदा होना, निर्गमन करना 3. एक संस्कार
वा, दीर्घः पक्षे गुणः; क्त, दीर्घश्च ] थूक देना, थूकना (चौथे मास में शिशु को) पहली बार खुली हवा में
-भर्तृ० ११९२। निकालना, चतुर्थे मासि निष्क्रमः-याज्ञ० १११२. तु० | निष्ठर (वि.) [नि+स्था+उरच ] 1. कठोर, कर्कश, 'उपनिष्क्रमण' से भी 4. पतित होना, जाति भ्रष्टता,
उजडु, रूखा 2. कड़ा, तेज, (हवा के झोंके की भांति) जाति-हीनता 5. बौद्धिक शक्ति ।
तीक्ष्ण--शि० ५।४९ 3. कर, कठोर, पाषाणहृदय निष्क्रमणम् [लिस+क्रम् + ल्युट ] 1. आगे या बाहर (पुरूषों के विषय में) व्यवसाय: प्रतिरतिनिष्टुर:
जाना 2. एक संस्कार (इसमें नवजात बालक को रघु०८।६५, ३।६२. उद्धत। चौथे मास में पहली बार खुली हवा में निकाला जाता | निष्ठात (भू० क० कृ०) [नि+ष्ठित्न , ऊ] हुआ, है) चतुर्थे मासि कर्तव्यं शिशोनिष्क्रमणं गृहात् चूआ हुआ, फेंका हुआ--निष्ठयुतश्चरणोपयोगमुलभो --मनु० २१३४ ।
लाक्षारसः केनचित्-श०४१५, रघु०२।७५. शि०३।१०। निष्क्रमणिका [निष्क्रमण+क+टाप. इत्वम् । दे० | निष्ठघूतिः (स्त्री०) [नि+ष्ठिव+तिन्. ऊम् ] थूक, निष्क्रम (३)।
खकार । निष्क्रयः [निस्+की+अच् ] निस्तार. छुटकारा, वन्दी निष्ण,निष्णात (वि.) [ नि--स्ना |- क, का वा नपुर,
का उद्वार-मूल्य-ददौ दत्तं समुद्रेण पीतेनेवात्मनिष्क्रयम् कुशल, विज्ञ, दक्ष, सुपरिचित, विशेषज्ञ निष्णाता---रघु० १५५५, २।५५, ५।२२, मुद्रा०६।२० 2. I ऽपि च वेदांते साधुत्वं नैति दुर्जनः-भामि० ११८७,
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