SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 1271
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1262 ) 3. ज्ञात / सम०..आगतम् (गतागतम्) [द० स०] दूध आदि,-व्यम् (नपु०) गवामयनम् नाम का एक भूत और भविष्यत् (का वर्णन)-वंशस्यास्य गता- श्रौत यज्ञ---'गवामयनं ब्रूमः -मै० सं० 8 / 1 / 18 पर शा० भा०। - श्रमः (वि.) जो अपनी थकावट का ध्यान नहीं गहन (वि.) [गह, ल्युट्] 1. गहरा, सघन, घिनका करता है। 2. समझने में कठिन 3. ऐसा स्थान जो पार न किया गतिमत् (वि.) [गति- मत्प] उपायज्ञ, तरकीब या जा सके। रीति का जानकार -- महा० 1212867 / | गहरो [गह्वर + ङीष् ] पृथ्वी। गत्वर (वि.) [गम् + क्वरम्, अनुनासिकलोपः, तुक् च ] | गहरित (वि.) [गह्वर+इतच् ] लीन, मग्न-याज तेज चलने वाला, - त्वरः (0) एक प्रकार का घोड़ा। सेन्या वचः श्रुत्वा कृष्णो गह्वरितोऽभवत्-महा० / गदः [ गद्+अच् ] 1. कृष्ण के भाई का नाम 2. कुबेर, 68 / 45 / 3. शस्त्रास्त्र, हथियार--आयुधे धनदे रोगे पुंसि कृष्णा | गाय (वि.) [गङ्गा ढक] गङ्गा में, गङ्गा पर, या नजेऽपि च नाना० / / गङ्गा से उत्पन्न होने वाला,--यः भीष्म,--यम् गविः (स्त्री०.) [ गद् +5] व्याख्यान, वक्तृता -एवं गदिः 1. सोना 2. मोथा घास / कर्मगतिविसर्गः भाग० 11112 // 19 // गन्धः [ गन्ध +अच् ] 1. गुणों में समानता, सम्बन्ध, बन्धुता कृत अधिक गहनता से / 2. गन्धक 3. चन्दन चूरा 4. पड़ोसी / सम० हस्तिन् | गाढवचस् (पुं०) [ब० स०] मेंढक / हाथी जिसकी मधुर गन्ध इधर-उधर फैलती है, वह गाढावटी (स्त्री०) एक प्रकार की भारतीय शतरंज। गणों में उत्तम हाथी माना जाता है। गाणनिक्यम् [ गणनिक+ध्या 1 लेखाकार का कार्य गन्धकपेषिका (वि०) [10 त०] सेविका जो गन्ध द्रव्य / --अक्षपटले गाणनिक्याधिकार:-को० अ० 27 / और चन्दन पीस कर तैयार करती है। गाण्डी (स्त्री०) गंडा। गन्धि (वि.) [गन्ध-15] केवल नामधारी, बहाना करने गावचेष्टनम् (नपुं०) आकर्षी संवेदन / वाला गाऽपि त्वया हतस्तात रिपुणा भ्रातगन्धिना | गात्रिका (स्त्री०) चोली। -रा० 7 // 24 // 29 // गान्धर्वकला, विद्या, संगीत की ललित कला, संगीत का गन्धर्वतलम् (नपुं०) [ति० स०] एरण्ड का तेल / --वेदः,--शास्त्रम सिद्धान्त, संगीतविज्ञान / ग (गा) धारः (0) 1. संगीत में तीसरा स्वर, एक गान्धारी [ गान्धारस्यापत्यं इन ] 1. एक प्रकार का विशेष प्रकार का राग / मादक द्रव्य 2. बाई आँख की शिरा / गमनम् [ गम् + ल्युट ] जानना, समझना नाजः स्वरूप- गान्धारीग्रामः (पु०) एक प्रकार का संगीतमान / गमने प्रभवन्ति भूम्नः--भाग०८1७१३४। गाम्भीर्यम् [गम्भीर+व्या ] 1. मर्यादा 2. उदारता गर्गसंहिता (स्त्री०) गर्ग द्वारा प्रणीत एक ज्योतिष का 3. संतुलन / ग्रन्थ / गार्जरः (प.) गाजर / गर्जरम् (नपुं०) एक प्रकार का घास / गाह कमेधिकाः [गृहकमेधिन्+ठक] गृहस्थ के धर्म, गर्भः [गृ+भन् ] 1. गर्भाशय, पेट 2. भ्रूण, कलल 3. अग्नि गृहस्थ के कर्तव्य / 4. आहार। सम० -ग्राहिका (स्त्री०) धात्री, दाई। (गिरा) (स्त्री०) [ग-+क्विप टाप वा] 1. बुद्धि कथा० 34, -- म्यासः आधार रखना, नींव डालना -दे० गिर्धी:---- एकार्थ० 2. सुना हुआ ज्ञान गिरा .....भाजनम् नींव का गड्ढा,--संभवः गर्भाशय से जन्म वाऽशंसामि तपसा ह्यनन्ती-महा० 11357 (टीका)। होना। गिरा [ग+क्विप् टाप वा ] स्तुति (धेद०)। गभिका ( स्त्री० ) किसी प्रकार के मल या संदूषण गिरित्रः [ गिरि+त्रल ] शिव--भाग० 86 / 15 / अन्तःप्रवेश। गिरिधातुः (पुं०) गेरू। गर्भदृप्तः / (वि०) [ सप्तमी अलुक् समास ] कायर, मन्द- गिलत् (वि.) [ गिल+शतृ ] निगलने वाला--गिलन्त्य गर्भशूर बुद्धि, जड / व चाङ्गानि- भाग०१०११३१३१ / गलः [गल+अच्] 1. एक प्रकार की मछली 2. एक गीतगोविन्दम् (नपुं०) जयदेव निर्मित एक गीतिकाव्य / प्रकार की घास। गीतबन्धनम् (नपुं०) संगीत के सस्वर पाठ के उपयुक्त गलः (0) [गल+उण ] एक प्रकार का रन / एक महाकाव्य / गवामपः (पु.) एक वर्ष तक रहने वाला सत्रयाग। गीतमोदिन (पु.) किन्नर / गव्य (वि.) [गो+यत् ] गाय से मिलने वाला पदार्थ, घी, गोतिः [गै+क्तिन् ] एक गेय साम / For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy