________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ORGAORADA0000000 वानोविदर्थेषुजग्मया // अग्निजिठहामनेवल्सूरचक्षसोविश्वनोदेवाऽअवसागमन्निह / // 7 // भुद्रङ्कणेभित्शृणुयामदेवाभद्रम्पश्येमाक्षभिर्यजत्रा // स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाः / संस्तुभिर्व्यशेमदेवहितंयदायुः // 8 // शुतमिनुशरदोऽअन्तिदेवायत्रनिश्चक्रा / जरसन्तुनूनाम् // पुत्रासोयपितरोभवन्तिमानौमुध्यारीरिषतायुर्गन्तो // 9 // अदितिौरदितिरन्तरिक्षमदितिर्मातासपितासपुत्रः // विश्वेदेवाऽअदितित्पश्चज नाऽअदितिर्जातमदितिर्जनित्वम् // 10 // तम्पत्नीभिरनुगच्छेमदेवात्पुत्रैर्धातृभि हास्तवाहिरण्यै // नाकगृभ्णाना सुकृतस्यलोकेतृतीयपृष्ठेऽअधिरोचुनेदिवः॥११॥ आयुष्यम्बय्स्यश्शुयस्पोषुमौद्धिदम् // इदहिरण्यंवर्चस्वजैत्रायाविशतादिमाम्॥ DOORDAOADORORORORADASANADA For Private and Personal Use Only