________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir // 7 // संस्कार तिलं॥तदभावेतुकौमुंभंतदभावेतुसार्षपं // 2 // // याज्ञवल्क्यः // ॥कनिष्ठांदशिन्यंगु भास्कर प्ठमूलान्यग्रंकरस्यच // प्रजापतिपितृब्रह्मदेवतीर्थान्यनुक्रमात्॥१॥ पाण्याहुतिर्दा / दशपर्वपरिकारसादिनाचेत्स्रचिपर्वपूरिका // देवेनतीर्थेनचयतेहविः खंगारि णिस्वचिंषितचपावकेआज्यपयआदिद्रव्याणिवेण॥समिधोमूलतोड्यंगुलंविहाय मध्यमानामिकांगुष्ठैर्जुहुयात्॥चसंग्राससमंपाणिनैवजुहुयात् ॥आज्यस्रवेणैवजुहुया त्॥तदभावयज्ञियक्षपणेन॥ द्रव्यभेदेनाहुतिमानसिद्धांतशेखरे॥ कर्षप्रमाणमाज्यं / स्यान्मधुक्षीरंचतत्समं // तंडुलानांशुक्तिमात्रंपायसंप्रसृतेःसमं // 4 // कर्षमात्राणि भक्ष्याणिलाजामुष्टिमितामनाः ॥अन्नंग्राससमंग्राह्यंशाकंग्रासार्धमात्रकं // 5 // मूnon लानांतुत्रिभागःस्यात्कंदानामष्टमांशकः // इक्षोःपर्वप्रमाणंस्यादंगुलद्वितयंलता // 1 देशिनीतर्जनी। Acece00000 ooooo0ICRO0CRORDAORD000004 For Private and Personal Use Only