________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 9GC // 238 // संस्कार-त्पन्नायअमुकप्रवरान्वितायअमुकशर्मणःप्रपौत्रायअमुकशर्मण पौत्रायअमुकशम भास्कर. णःपुत्रायअमुकशर्मणेवराय // अमुकगोत्रोत्पन्नांअमुकप्रवरान्वितांअमुकर्मणः। प्रपौत्रींअमुकशर्मणःपौत्रीअमुकशर्मणःपुत्रींअमुकीनाम्नीइमांकन्यांज्योतिर्विदा | दिष्टेमुहूर्तेदास्येइतिवाचासंप्रददे // यदावनन्नितिमंत्रणहरिद्राखंडपूगीफलानिवर पितृवस्त्रप्रांतेबवाग्रंथिंचंदनेनार्चयित्वापठेत् // वाचादत्तामयाकन्यापुत्रार्थेस्वीकृ हातात्वया // कन्यावलोकनविधौनिश्चितस्त्वंसुखीभव // 1 // ततोवरपितापूर्व | वत्हरिद्राखंडयुतपूगीफलानिगृहीत्वाअमुकगोत्रोत्पन्नांअमुकप्रवरान्वितांअमुक शर्मणःप्रपौत्रीअमुकशर्मण पौत्रीअमुकशर्मणःपुत्रींअमुकीनाम्नींइमांकन्यांअमु कसगोत्रोत्पन्नायअमुकप्रवरान्वितायअमुकशर्मणःप्रपौत्रायअमुकशर्मणःपौत्राय | // 238 // अमुकशर्मणःपुत्रायअमुकशर्मणेवरायभवंतोनिश्चिताभवंखितिदातृवस्त्रप्रांतेपूर्वव O RRORORAORROROP000 SAGAR-000000 7 For Private and Personal Use Only