________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार OUC02. प्रसूतानामेकस्मिन्वत्सरेयदि // विवाहंनैवकुर्वीतवदंतिमुनयोयथा // 1 // alam // 208 // स्मृत्यंतरे // // विवाहस्वेकजन्यानामेकस्मिन्नुदयेकुले // नाशंकरोत्येकवर्षे / स्यादेकविधवायतः // 2 // उदयोलग्नं // एकजन्यानामेकस्मिन्लग्नेविवाहःकुल विनाशंकरोति // एकवर्षेत्वेकविधवास्यादित्यन्वयः // विवाहोव्रतबंधादीनामुपल| क्षणं // तथाचज्योतिःशास्त्रे // एकमातृजयोरेकवत्सरेपुरुषस्त्रियोः // नसमानक्रि | यांकुर्यान्मातृभेदेविधीयते // पुरुषोचस्त्रियौचपुरुषस्त्रियौ॥ पृथक्वविवक्षायांबहुत्वा / संभवान्नबहुत्वं // एकमातृजयोईयो स्त्रियोरेकवर्षेसमानक्रियांनकुर्यादित्यर्थः // समानक्रियातुल्यसंस्कारः // अत्रवर्षतुमनुजमानेन // मनुजवर्षेणसंवत्सरव्यवहा / / रात् // तहर्षचैत्रादिफाल्गुनामांतग्रहगणितेप्रसिद्धं // यत्तुगर्गवचनं // भ्रातृयुगेख // 208 // मृयुगेभ्रातृखसृयुगेतथा ॥नजातुमंगलंकुर्यादेकस्मिन्मंडपेहनीति ॥एकस्मिन्मंडी For Private and Personal Use Only