________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्रा संस्कार षांप्रयोगाः षोडशसंस्काराणांमध्येसमयानुसारंअग्रेलिखिताः // // तत्रादौपरि भास्कर भाषा // // संकल्पेनविनाकर्मकरणेदोषउक्तोभावष्ये // संकल्पनविनाकर्मय त्किचित्कुरुतेनरः // फलंचाप्यल्पकंतस्यधर्मस्यार्धक्षयोभवेत् // 1 ॥संकीर्त्यमा / / सपक्षादीनिमित्तानितथैवच // इदंकर्मकरिष्येहमितिसंकल्पमाचरेत् // २॥अनु। हल्लंघ्यस्वशाखोक्तविधिकर्मसमाचरेत् // कर्मान्यथाकृतंज्ञात्वातावदेवपुनश्चरेत् // // 3 // प्रधानस्याक्रियायांतुसांगतत्पुनराचरेत् ॥तदंगाकरणेप्रायश्चित्तमेवनकर्म तत् ॥४॥वामनपुराणे // // सर्वमंगलमांगल्यंवरेण्यंवरदंशुभं // नारायणनम स्कृत्यसर्वकर्माणिकारयेत् // 1 // // वशिष्ठः॥ जपहोमोपवासेषुधौतवस्त्रध / रोभवेत् // अलंकृतःशुचिमौनीश्रद्धावान्विजितेंद्रियः॥ 1 // यदिवाग्यमलोपः। स्यात्जपादिषुकथंचन // व्याहरेद्वैष्णवंमंत्रस्मरेद्वाविष्णुमव्ययं // 2 // अहतवस्त्र / POR00000000000000A WASANABROA00000000000000 // 3 For Private and Personal Use Only