________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भास्कर संस्कार // 19 // EPOROASARGROACAG0 हमनखानांनिकृतनं // स्नानं // औदुंबरकाष्ठेनदंतधावनं // ॐ अन्नाद्यायव्यूहध्वर्छ / सोमोराजायमागमत् // समेमुखंप्रमाक्षतेयशसाचभगेनच // 1 // इतिमंत्रेणदंता न्धावयेत् // ततःसुगंधिद्रव्येणोहर्तनं // उष्णोदकेनस्नानं // अंगप्रोच्छनं // तत। श्चंदनाद्यनुलेपनंमध्यमानामिकाभ्यांगृहीलामुखनासिकयोरालंभनं // ॐ प्राणा पानौमेतर्पयचक्षुम्मतर्पयश्रोत्रंम्मेतपय // 1 // इतिमंत्रणालंभनं // ततःपाण्योर। वनेजनंकृत्वातदुदकमादायापसव्यंकृत्वादक्षिणाभिमुखोभूत्वातदुदकंदक्षिणस्यादि शिनिषिचेत् // ॐ पितरःशुन्धन्तां // इत्यनेनमंत्रेण // ततोयज्ञोपवीतीभूत्वा // 3 उदकोपस्पर्शनं // ततश्चंदनादिनात्मानमनुलिप्यजपेत् // ॐ सुचक्षाअहमक्षीभ्या / | 1 चंदनेनमुखनासिकेचानुलिपयतोतिगदाधरः सर्वशरीरोदर्तनकार्यमितिहरिहरः // 2 अत्रप मणिभ्यांचंदनंग्रामंपाण्योरखनेजननिषिचेदिनिवक्ष्यमाणत्वाद्दाधरः॥ 195 // For Private and Personal Use Only