________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नशुचिःश्रुतिविशारद // हत्वाग्रहकृतान्दोषानायुरारोग्यदेहिमे // 6 // कोणनीलो / जनप्रख्यंमदचेष्टाप्रसारिणं // छायामार्तडसंभूतंतनमामिशनैश्चरं // 7 // महाशि | रामहावक्रोदीर्घदंष्ट्रोमहाबलः // मुंडकायोर्ध्वकेशिश्वपीडांहरतुमेतमः // ८॥अधः। स्था(गभो केतोपलधूमसमप्रभ // रौद्ररूपनमस्तुभ्यममपीडांनिराकुरु // 9 // // अनयापूजयाआदित्यादिग्रहमंडलदेवताःप्रीयंतां // // इतिग्रहस्थापनं // // ततई शान्यांग्रहसंबंधिरुद्रकलशस्थापनं // महीद्यौरितिक्रमेणपूर्णपात्रनिधानांतंकृत्वात त्वायामीत्यावाह्य॥ॐ असंख्यातासहस्राणियेरुद्राऽअधिभूम्याम् ॥तेषां सहस्रयो ? जनेवुधन्वानितन्मासि॥१॥इतिमंत्रेणषोडशोपचारैःसंपूज्यसर्वसमुद्राःसरितइतिगं 1 अयंरुद्रकलश यजमानस्यस्नानार्थइतिकमलाकरैः॥ MORROPORORS-ललललल For Private and Personal Use Only