________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हास्थुषस्पर्तिन्धियजिन्वमसेहूमहेव्यम् // पुषानोयथावेदसामसङ्खधेरैक्षितापायुरद / / ब्धस्वस्तये // 8 // ईशान्यांॐ भूईश्वरइ० इ०इ-तौआवा० // ॐ अस्मेरुद्रामेह / हिनापर्वतासोत्रुहत्त्युभरहूतौसुजोषा // यशसतेस्तुवतेधायिपुवाइन्द्रज्येष्ठाऽ स्मारअवन्तुदेवा // 9 // पूर्वेशानयोर्मध्येऊळयांॐ भू ब्रह्मन्इहाग इब्र ब्र ह्माणंआ०॥ ॐ स्योनाप्दैथिविनो० // १०॥नितिपश्चिमयोर्मध्येअधःस्थायांॐ भू अनंतइहागच्छइ०अनंताय अनंतंआ० // इतिक्रतुसंरक्षकदिक्पालदेवताः॥ ॐ मौजूतिर्जु० // एषवैप्रतिष्ठेतिऋभ्यांआदित्यादिग्रहमंडलदेवताभ्योनसुप्रति, 1 अबावसरेदर्पणेयच्छेषादिदेवतास्थापनमुक्तं तत्तशिष्टैरनाहृतत्वान्नात्रलिखितम् // GOOAR७७न्सलललललढत Goo000 For Private and Personal Use Only