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रकारादि ]
[२१
रात्रिपति
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लोकपाल
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*लकारादि शब्दो* लब्धि ६-२८-४८ लेश्या लोक
३-७-१४
४-८ लोकबन्धु लोचन * वकारादि शब्दो* व्यय
१२-२० व्यसन व्याकरण ८-२० व्याघ्रीस्तन व्याल
रामनन्दन राम-लक्ष्मण रामसुत रामा रावणचक्षु रावणभुजा रावणमस्तक रावणमुख रावणशिरस् रावणश्रुति रावणागुलि राशि
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१-२-६-१२
व्योम
रिपु
रीति रुद्र
वक्र वकत्र वक्षोज वचन वज्रकोण वजिन्
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रोहिणी रोहिणीपति रोहिताश्व
वदन
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