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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org (202) Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir समानांतर चतुर्भुज के कण अस बद के (१२६ ) अगर किसी समानान्तर चतुर्भुज का कोन बढ़ता जाय लेकिन उन भुजों की लम्बाई जिनसे वह कोन बना है न बढ़े तो क जोउम कोन के शीर्ष में होकर गुज़रता है कम होता जायगा ( १३० ) अ, ब र स ऐसे तीन बिंदु एक सीधी रेखा में हैं कि अब बराबर बस के है साबित करो कि लम्ब जो अ गौर स से किसी मोधी रेखा पर जो अ गौर स के दर्मियान होकर नहीं गुज़रती है गिराये जायें दोनों मिलकर हूने होंगे उस लम्ब के जो ब से उस रेखा पर गिराया जाय ( १३१ ) अगर समानान्तर चतुर्भुज के कोनों से किसी सीधी रेखा पर जो समानान्तर चतुर्भुन के बाहर हो लम्ब गिराये नावें तो दो लम्ब जो ग्रामने सामने के कोनों से गिरेंगे मिलकर बराबर होंगे उन दो लम्बों के जो दूसरे दो ग्रामने सामने के कोनों से गिरेंगे (१३३) ग्रेगर घड़भुज क्षेत्र में व्यामने सामने के भुज बराबर और समा नान्तर होवें तो तीनों सीधी रेखा जो ग्रामने मामने के कोनों को मिलावेंगी एकही बिंदु पर कटेंगी र (१३३) अ ब और अस दो दी हुई सीधी रेखा हैं और उनके दर्मियान य दिया हुयाबिन्दु है य से ऐमी सीधी रेखा ज य ह खींचो कि उसका हिस्सा ज ह जो दी हुई रेखाओं के दर्मियान हो बिंदु य पर दो बराबर टुकड़ों में बटे (१३४) दिये हुए समानान्तर चतुर्भुज के अन्दर एक ऐसा विषमकोण समचतुर्भुज बनायो कि उसके एक कोन का शीर्ष समानान्तर चतुर्भुज की एक भुजा के दिये हुए बिन्दु पर हो ( १३५ ) अ ब स द एक समानान्तर चतुर्भुज है और य गौर फ भुज अद और बस के बीचोंबीच के बिन्दु है साबित करो कि बय और द फ कर्ण अस को तीन बराबर हिस्सों में बांटेंगी ( १३६ ) समानान्तर चतुर्भुज को उसके एक भुज के दिये हुए बिन्दु से एक सीधी रेखा खींचकर दो बराबर हिस्सों में बांटो सवालात इमतिहान साध्य २७ से साध्य ३४ तक ( १ ) रेखागणित की उस परिभाषा और स्वयं मिह्नि को जो मीधी समानातर रेखाओं से सम्बन्ध रखती हैं बयान करो और यह भी बतायी कि उनका काम पहले ग्रध्याय की कौन कौनसी साध्यों में पड़ा है (२) व्यासनकोन, बहि:कोन, ग्रन्तः कोन व्यौर एकांतर कोन की तारौफ़ करो और उनको कागज पर खींचकर बतायो (३) सीधी समानांतर रेखाओं और उन रेखाओं की जो उन पर गिरती हैं' खामियतें बयान करो For Private and Personal Use Only
SR No.020605
Book TitleRekhaganit
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaram Babu
PublisherAtmaram Babu
Publication Year1900
Total Pages220
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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