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योगिया
७३
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याया-पु. गळे की गाँठे स्त्री० ब०व० ७७५-24030 क्रोध करना अ०कि. याणा-स्त्री. औरतों की चोली श्री.
गुस्सा होना
७७२-वि० छिछला वि० छिछोर अंगिया
७७१२-१० ऊधमी वि• शरारती; न. यांय-10 ठट्ठा पु० मसकरी; नखरा छ दर यो-स०. चटकना स० कि० ।-स्त्री. सुघड़ता स्त्री० चतुराई याटु-१० हाट पु० बाजार
पटी-स्त्री. छज्जे के ऊपरका छोटा यौहमवन-1-५० सारा विश्व पु.
छप्पर पु० तमाम दुनिया
७४-न• गवाक्ष पु०झरोखा
७४-स.निकल भागना स० कि. [0]
चंपत होना ७४-१० चकित अ० दंग; पु० मिजाज आरव'-स०० दुत्कारना स.कि. ७४७४-० ठाठ पु० शान
फटकारना ७४-स्त्री. कागजोंका बस्ता पु.. -नजाल पु०; दाँवपेच ७:31-पु. गाडा पु. छकड़ा 21-श्री. शोभा स्त्री० बढ़ाई रीत, ७५४-श्री. दस्यु-वृत्ति स्त्री० लूट- छटाहार-वि० शोभित वि०; फबता हुआ खसोट
टारी-पु. दुर्गन्ध स्त्री० बदबू ७-०६० छकना अक्रि०; बहक छटेस-वि. धूर्त वि• चैट __ जानी
७- लम्बी छड़ स्त्री० भाले का डंडा १८-स्त्री. के उपवासोका एक जैन : ७४४-स०. छिड़कना स० कि. व्रत पु.
७-स०४८ फटककर छिलके अलग यु-न० छ बैलों का छकड़ा पु०
करना स० कि० ७७४-स्त्री. थप्पर पु० तमाचा; भूल ७-० कुंकुमका छापा पु०; एक गहना ७१-० अज पु० बकरा
-10 तुष पु० छिलका ७१स-पु. बकरा; पु० भूरा कपदायुि -10 बैलगानीमें जानेवाला पु., ७१२-स्त्री. शिखर पु० चोटी
मुसाफिर छयो:-५० सरे आम अ.
-स्त्री. छड़ी स्त्री. बेंत; राजदंड; ७यो२-५० प्रसिद्ध चोर पु.
कलंगी
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