________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
यह
[ श यस-स्त्री० चंचल पु० नटखट | भरण-वा-१० शूरवीर वि० बहादुर; य५८-स्त्री० विद्युत् स्त्री०; लक्ष्मी;
सत्ताधीश चंचल औरत
यमरी-स्त्री. मंजरी स्त्री ; बौर; चमर ५५-५०० जोरसे दबाना अ० कि० भू-स्त्री. सेना स्त्री फौज यपणा-स्त्री० चचलता स्त्री. यम-वि० चर्म सहश वि. चमड़े पापु-०० सपाटेसे खाना स०क्रि० जैसा, कजूस
चट कर जाना १ यर-वि० फिरनेवाला वि०; चंचल यपाटी-स्त्री. चपाती स्त्री० रोटी य२३-घु० दूत पु• नुमाइन्दा य-स्त्री० थप्पड़ पु० तमाचा य२४-वि० बेस्वाद वि० बेबायकेदार, अपु-• चाकू पु०
नमकीन यमय५-१० जैसा तैसा अ यरी-स्त्री. पवनचक्की स्त्री०; छटा ऊटपटांग
चर्या यसरा-[१० चपल वि. चंचल २५२-५० शीघ्रतापूर्वक अ० जल्दीसे यभूतरी-स्त्री० चौकी नी० यस्य-• चटपटापन पु. यभूत-पु. पक्षियोंको दाना डालने ५२१-पु. पैर पु०; कविताका पद
५२५-२० कृपणता की• कंजूसी यमोजा-पु. कटाक्ष पु० अदा यी-स्त्री. चर्षी स्त्री०. मद. घमंड यम-त्री० युति मी० श्राप A२१६॥२-० अश्व सेवक पु० सईस -यम-पु. चमक श्री. श्राव यम-वि. अन्तिम वि० अखीरी यमयी-स्त्री० बोटा र मच पु०; पान २-०० चलना, घास दाना सुपारी रखने की कोषली
खाना; खेलना अक्रि. यमडी-बी. चर्म पु. चमड़ा
-वि. चरागाह स्त्री. यमर-पु. करामात बी. करिश्मा
यरायर-वि० जड़-चेतन वि०
यरित-10 यशोगान पु० गुणवर्णन, यमन- भानन्द पु० मबा; बाग अमर-श्री. चमड़ी गायक बाब पु. यरित्र-न. आचरण. चाल-चलन हिम्मत
1
कपट यमरण-पुं० चमका पट्टा
पु री -सी० परहेजी
आचरण
For Private and Personal Use Only