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५
॥५९५-१० कृपणता स्त्री. कंजूसी तरे-24. कालान्तर में अ० समय आय-न० काम पु० ; प्रयोजन
पाकर समूत-10 जूते के भीतर लकड़ी की जांधणi-10 कुकर्म पु० बदकारी
तली. स्त्री० चौखट आजादी-स्त्री. कलंक पु० दाग सव-स० •ि बहाव के साथ बह- अणु-वि. दूषित वि• गन्दा जाना स०क्रि०
मात्री-स्त्री०शोक-पत्र पु०मातमी खत भावासा- अभ्यर्थना स्त्री० गर'-40 लि. क्रोध करना अ. आरजू मिन्नत
क्रि० गुस्सा लाना आनि:-श्री. मेघ राशि स्त्री०; घटा. री-श्री. धार स्त्री किनारा कालीमाता
ग।-पुं० कंगूरा पु. बुद्ध मा-स्त्री० अन्धकार पु० जुल्मत शु-वि० निर्धन वि० गरीव, कायर अतु- एक प्रकारकी मछली स्त्री०यन-. स्वण पु० सोना । -वि० बालक की बोली जैसा वि०; यणा-स्त्री. अंगिया स्त्री. चेली
नासमभा; बिनौला zia-स्त्री० राब स्त्री०; कांजी ॥१९-स्त्री० कावर स्त्री. बहगी sileयु'-न० शव-वस्त्र पु. कान आवत-न० प्रपंच पु० फरेब । -न० बटनका छिद्र पु० आवावा-० छल-प्रपंच पु०, जाल. 21-पु. शूल पु० काटा फरेब
ist- तोतेकी गर्दनका गोलाकार अवी-५० उबाल पु. उफ़ान
काला चिह्न अव्य-१० कविता स्त्री० शायरी ४i8- तट पु० किनारा पाय- भगवा वस्त्र पु० गेरुवा is-. प्रकरण पु० घटना कपड़ा
rid-वि. मनचाहा वि०; पति आ४ा-स्त्री० सीमा स्त्री० हद
त-स०० कातना सक्रि सह-पुं० सन्देशक पु० कासिद xiता-स्त्री० सुन्दरी म्री ८ खूबसूरत औरत अस1-10 विन पु० रुकावट अन्ति-स्त्री० श्राभा स्त्री० नूर अ-स्त्री० सार-संभाल स्त्री. हिफा- ध-स्त्री० कन्धा पु०
| धु-10 सप्ताह पु० हफ्ता १५-स्त्री० कलंक पु० दाग, कालिख ! ४५-५० थर्राहट स्त्री० कैंपकंपी
जत
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