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[ सरा भा-वि० भाग्यशाली पु० नसीबदार । ४५6-स्त्री० कौडी स्त्री.. ३१-९० आकर्षण पु० खिंचाव न -10 कविता स्त्री० शायरी ३१४-पु. कृषक पु. काश्तकार | पनी-पु' कवि पु० शायर Basसाट-० मधुर धनि स्त्री० मीठी तु-10 नल पु. | স্মাৰা
-स0 कविता करना स० कि san-स्त्री० कलंगी स्त्री. तुर्रा; गोटा
शायरी करना; यश गाना किनारी का तुरी जवा-न० लांछन पु० तोहमत सत्र-1 पत्नी स्त्री० बीवी वायत-स्त्री० सैन्य शिक्षण पु. लश्करी २-१० कलाविद् पु० हुन्नरबाज; तालीम रुपया
अवि-पुं० काव्यकार पु० शायर पित-वि. काल्पनिक वि० खयाली | |-१ि० कुछ वि० जरा सम-स्त्री. लेखनी स्त्री० कलम ।
४श्मा-वि. दूषित वि० खराब समश-वि. मुंशी पु० अर्जीनवीस -न० सताप पु० तकलीफ ३१२१-० मधुर ध्वनि स्त्री० मीठी ।
४ा-म018० कष्ट देना अ० कि.
तकलीफ देना श्रावाज
स-पु. कसौटी स्त्री०; सार; ताकत सश-५० कलश पु०
ससj-03 खूषकसकर ३४-० दूषण पु० तोहमत
धाधना अ० कि. 30-(I) स्त्री० हुनर पु० इल्म
सम- रेशमके साथ बुना हुआ सास-पु. शराब बेचनेवाला,पु०
सोने चाँदी का तार; रोजगार अलि-(M)५० टंटापुबखेडा, कलियुग
| समी-वि. कलाविद वि० कारीगर शुष-[१० मैल पु० गन्दगी
समो-पु. ग्राम पु. गाँव ११२-० शरीर पु० जिस्म
स म-पु. सौगन्ध पु. कसम ४८४-वि० पापी पु० बेरहम उस२-स्त्री. कमी स्त्री० खामी स्पित-वि० कल्पना जन्य पु० खयाली सरत-स्त्री. व्यायाम पु० वर्जिश ३६६ी-स्त्री. एक आभूषण पु० एक सरतमा-वि० व्यायाम-प्रिय जेवर
वि. कसरती se-० आनन्द पु० लुत्फ सरा-4000 कोर-कसर निकालना इक्य-न० कवच पु. बस्तर; ताबीज
अ० कि.
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