SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 185
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir या] १८. [सते यार-पु. मित्र पु० देस्त २२८-स्त्री० शीरा; मनोवृत्ति यावश्यद्रहिवारी-२० सदाके लिए अ० रशियु-१० धीमा वि० सुस्त सुस्त-१० उचित वि० वाजिष,मीला हुआ २५वाट-पु. घबड़ाहट अस्ति-स्त्री० जुगत स्त्री० तरकीब श्य ना-स्त्री. निर्माण पु. बनावट शुभ-पु. काल पुल जमाना २१-वि०स्त्री. अल्प, थोड़ा; स्त्री० धूल यु-10 लड़ाई स्त्री• जंग २०४त-वि. चांदी का वि० धुक्ती-स्त्री० तरुणी स्त्री० जवान औरत २४तमहोत्सव-पु. २५ वर्ष पुरा होने युवरा-पु. उत्तराधिकारी पु० बड़ा का जलसा शाहजादा २०नी-स्त्री. रात्रि स्त्री. रात यूथ-न• मुरड पु० टोली २०-स्त्री. श्राज्ञा स्त्री० छुट्टी योग-पु. संयोग पु० मौका २०-१० उपस्थित पु. हाजिर योगक्षेम-पु. कुशल मंगल पु. २००४-स्त्री. डोरी स्त्री० रस्सी आबादी ; भरण पोषण अg-24.18. भटकना याय-वि० लायक पु० काबिल तीसूरत-वि० रोनीसूरतवाला वि बोलन-धु० चार कोस की दूरी स्त्री० रुंआसा यो-स्त्री. व्यवस्था । २७यु'-वि० कदाचित् वि० कभी हो यो -स०६. व्यवस्था करन) २८-स्त्री० लगन स्त्री• आग्रह याही- योद्धा पु• लड़ाका ढियाणु-१० सुन्दर पु० खूबसूरत २४-न. रणभूमि स्त्री. मदानेजंग २४भ-स्त्री. वस्तु स्त्री० चीज; संख्या २ति-स्त्री. आसक्ति बी० आनन्द २३त-वि० लाल वि० सुर्खः खून २न-10 जवाहर पु० २क्ष-स०० रक्षण करना स० क्रि. रत्ना३२-० समुद्र पु. हिफाजत करना २६-१० व्यर्थ वि० २६ २१॥-स्त्री. रक्षण, हिफाजत सहया-पु. मुँहजबाब पु० २मेवाण-४० रक्षक पु० चौकीदार २८-स०. खूष जोश से दौबाना २१-स्त्री. शिरा स्त्री० नस स० क्रि० २७-०० रगड़ना स०कि.मस- ते २४ते-स. धीरे धीरे; अ. बना आहिस्ता आहिस्ता FA - - For Private and Personal Use Only
SR No.020601
Book TitleRashtrabhasha Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahityaratna
PublisherVora and Company Publishers Limited
Publication Year1950
Total Pages221
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy