________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
त]
१२
[th त-न0 भूत पु० जिन, शव इत-वि० कुनाम वि० बदनाम प्रेताभ-स्त्री० श्मशान पु.
५८-स्त्री. भय पुं० खौफ प्रेम-पु. प्यार पु० मुहब्बत ५८४-०० खिसकना, रंगका प्रेम()-वि० प्रेमी पु० मुहब्बती
उपजाना ३२४-वि० प्रेरणाजन्य वि. जोशीला ५८२-८०० पीटना प्रेरण-स्त्री. प्रोत्साहन पु० जोश यु-१००० एक मात्र द्वार पु० प्रेष-स्त्री. भेजना पु०
जल्दी फूट न जाय असा प्रेस-10 मुद्रणालय पु. छापखाना; -पुं० हानि स्त्री० नुकसान लाठीका ऊन-रूईकी गांठ बांधने की
प्रहार मशीन
५४ाया-पु. फटाका पु० श्रीम-1०० कार्यक्रम पु० शु-स08. बहकाना, अपनी तरफ प्रोत्सा-वि० प्रेरक पु० जोशीला
फोड़ना प्राषित-वि. विदेशगत पु.
इसा-न० खराब गीत पु. प्रौढ-वि० पौढ़ा पु०; गंभीर ५८०८-240 शीघ्रतासे अ• तेजीसे स - बन्दर पु०
सामार-१ि० तद्दन खुल्ला साति-वि. तर वि० शराबोर
-न. बाजार पु०; भाना २८२-न० लेप पु.
५७या-पु. निकाल पु० रोग-पु. प्रहामारी स्त्री. ५७६-१० हर्च स्त्री० अवरोध
३७३३३:-2408. क्रोधवश वाणी स्त्री० ३३०-३५० केवल अ. फक्त
गुस्से में बकना ३४६-१० अपव्यथी पु० उड़ाऊ
४-सी० मिथ्या गप स्त्री० शेखी र मस्लिम यी प
य -पु. अनाज बेचनेबाला पु०; ५७-वि० सुन्दर पु० खूबसूरत,स्वच्छंदी
शराब रसानेवाला ५३-स०० वंचना धरना, ठगना, ३९५२-० सर्प पु० सांप फेंकना
३९५-स्त्री० सर्पका फन पु० -10 कहकर मुकर जाना। ५-० सांस पु नोट:-स फेंक देना
तापोर-वि० ढोंगा पुल फरेवी ३०४-वि.स्त्री. मेहरवानी; सुखी, प्राबादी इता-पु. ढग पु• फतवा
For Private and Personal Use Only