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प्रतिग्रह ]
अतिग्रड-५० स्वीकार पु० दान लेना प्रतिघोष-पुं. प्रतिध्वनि स्त्री०
प्रतिज्ञा स्त्री०
१० प्रण पु०
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૧૫૯
प्रतिदिन - २५० प्रत्येक दिन पु० हर रोज प्रतिध्वनि-पुं० प्रतिघोष पु० अतिनिधि - ५०० स्थानापन्न व्यक्ति पु० प्रतिपक्ष - पुं० शत्रु पु० दुश्मन; सामने
का पक्ष
अतिगृह - स्त्री० प्रतिपदा स्त्री० प्रतिपालन- स्त्री० भरण पोषण पु०
मगरिब
प्रत्यक्ष - वि० स्पष्ट वि० हूबहू
प्रतिष्पध-५० विघ्न, रोक अतिमिष्य-न० परछाई स्त्री० प्रतिछाया प्रतिभा - स्त्री० विलक्षण बुद्धि स्त्री • तेज प्रतिभा - स्त्री० मूर्ति स्त्री० बुत प्रतिवर्ष - २५० प्रत्येक वर्ष पु० हरसाल प्रतिष्ठा - स्त्री० सम्मान पु० इज्जत अनिस्पर्धा- स्त्री० होड़ स्त्री० बाजी अति (ती) द्वार - ५० द्वारपाल पु० दरबान अती-न• चिह्न पु० निशान; प्रतिमा अतीक्षा - स्त्री० राह स्त्री० इन्तजार अतीथी - स्त्री० पश्चिम दिशा स्त्री०
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प्रत्यागमन - 1० पुनरागमन पु० प्रत्युत्तर-५० उत्तर का उत्तर पु०
लालन-पालन
अतिक्ष (ज) - ५० प्रत्युपकार पु० बदला प्रदेश-५० देश पु० मुल्क
मीलना
अहोष - ५० सायंकाल पु० साँझ
प्रधान- वि०पु० मुख्य पु० ग्नास ; वजीर प्रपय- ५० छलकपट पु० जालसाजी ; बखेड़ा
अपथी - वि० कपटी पु० जालसाज प्रपात - पुं० पानीका घोध अपुस्त - वि. प्रसन्न पु० खुश ; खिला हु
जवाब का जवाब
और अ० तरफ
हरेक
पहला
प्रथा - स्त्री० रौति स्त्री० रिवाज प्रदक्षिणा - स्त्री० चारोंभोर चक्कर लगाना स्त्री० प्रदर्श - वि० दिखाने वाला पु० अर्शित - वि० दिखाई हुई स्त्री० अहीप-५० दीपक पु० चिराग़ अहीर- वि० प्रकाशित पु० जलता हुआ
प्रत्ये- २५०
प्रत्येक - वि०
प्रथम - वि०
[ प्रभाव
भ्रमण - 1० बलवान पु० ताक़तमन्द अप्पध - ० वन्दोवस्त पु० इन्तजाम अमुद्ध - १० जाग्रत पु० ; ज्ञानी प्रमेोध - ५० प्रभा - स्त्री०
उपदेश पु० जागृति, ज्ञान
कान्ति स्त्री० नूर
प्रभात - न० प्रातःकाल पु० फ़जर
प्रभाव - पु०
सामर्थ्य पु० असर शक्ति;
*
रोज
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