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परसा ]
१४६
[ પરિપંથી
५२साह- प्रसाद पु. | राय-वि० परोपकारः परसेवा-स्त्री. चाकरी स्त्री. खिदमत सम्मान-१० दूसरेका आश्रय पु० परसेवा-धु, पसीना पु.
गैरका सहारा १२२५२-५० आपसमें श्र० ५२१३मी-पि. दूसरेके आसरेपर ५२७२-४०० तजना, छोड़ना ।
रहनेवाला पर-वि. नियमित श्राहार पु० परहेज राण-न० घास स्त्री० कैदी
५२त-वि. शेष; बाकी ५२'तु-म० किन्तु अ० ले कन प२ि४२-पु. कटिबन्ध पु० कमरपट्ट ५२५२-स्त्री० पूर्व पद्धति स्त्री० पुश्तैनी
समूह रिवाज
परिग्रह-पु. अंगीकार पु० कबूल, ५रा-स्त्री. अन्यकी; जो अपनी नहीं
संग्रह पराम-न० शौर्य पु० बहादुरी परिच-पु. घिराव पु० गोलाई ५।-पु. पुष्पधूलि स्त्री०
पश्यिय-पु० जानकारी स्त्री० पहचान पति -स्त्री. पुनर्गमन पु० वापजाना,
परियर- सेवकखिदमतगार
परिया२४-पु. सेवक पु. खिदमतगार ५२।१य-पुं० पराभाव स्त्री० हार
परियित-वि. ज्ञात वि० जाना पहिचाना ५२७-१० हारा हुअा वि०
पश्छेिद-पु. सीमा स्त्री० हदः भाग पराली-स्त्री. छोटी लकड़ी
परिशन-पु. न० नौकर, सेवक ५ो -५० बलात् अ. जबर्दस्तीसे |
परिश्य-पु० विवाह पु. शादी पराधीन-वि० परतंत्र; गुलाम
परिणाम-न० फल पु० नतीजा परापूर्व-पु. प्राचीनकाल पु. मेंदीमी |
परिणीत-वि. विवाहित वि० शादीशुदा बत ५२ -५० पराजय स्त्री० हार
परिताप-पु. संताप पु. पराभुत-५० पराजित पु• हारा हुआ
जित प. द्वारा हा परित्याग-पु. त्याग पु० पराव-वि० तल्लीन पु० मसगूल
| परिधान- वस्त्र पहनना पु० कपड़ा;
वत्र परायतन-1. परघर पु० गैरमुकाम परायु-वि० राया पु• गैर परि५:१-१० पका हुआ वि० ५।२-० बीता या प्रानेवाला तीसरा परिपत्र-पु.१० सूचना-पत्र पु० वर्ष पु०
परि५था- दस्यु पु• डाकू
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