SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 137
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नसरी ૧૩૨ [ નવલખ न२४सरी-पु० पुरुषसिंह पु० नरपति-५० राजा पु० न२४-२० नर्क पु० दोजख नरधु-१० तबला पु. नर-१० वि० भूस्खा नरतु-वि. बुरा वि० खराब न२६८-१० शुद्ध ; सर्वथा वि. नरम-वि० कोमल वि० मुलायम निर्बल नरमाश-स्त्री. नम्रता स्त्री० नवी-सी. कुंआरी स्त्री० नर-वि. निकम्मा वि. बेकार ; रसहीन नरसिंह- राजा पु० नराधम-५० नीच आदमी पु. नराधिप-पुराजा पु. नयु-वि. फक्त वि० केवल, नरेश-४० राजा पु० नत-४० नृत्य पु. नाच ; नत'-.. नृत्यकार पु. नम-न० भानन्द पु० मजा, हँसी दिल्लगी नस-स्त्री. परिचारिका स्त्री० नस()-पु. बेंत स्त्री० ; नली नसार-वि० नल जैसा वि० नलनुमा नाम-स्त्री. नली स्त्री० नलिन-10 कमल पु. नव-म० नहीं अ०; वि. नवीन नपान-पु. तरुण पु० नौजवान न१०-१० नया जीवन पु० नपा-१० सेरका पाठवा हिस्सा वि. नपा२-० नौकर मंत्र पु० नवन्नत-स्त्री. पारसियों का यज्ञोपवीत. संस्कार पु० न -स०० गड्ढे में उतारना स.क्रि० ठगना नपा-१० नौ रीतिसे श्र० नवन-वि. नया वि० नवनीत-10 मक्खन पु० नपने- महान कठिनता स्त्री. जियादा मुश्किल नवस-४० किसलय पु. कोपल नवयुप-पु० तरुण पु० नौजवान नवयौवन-10 नवीन युवापन पु० नई जवानी नवरयन-सी० पुननिर्माण पु० नवरत्न-10 नौ प्रकारके रहन; भोज. राजाके नौ पंडित नवरात(a)-स्त्री. नवरात्रि स्त्रो. नव-वि० अकर्मण्य वि० बेकार नपराग-४० पारसियों का नयासाल पु. नव-वि० आश्चर्यजनक व० श्रीव नवरया-स्त्री. कलिस्त वार्ता स्त्री० किस्सा नवसाशा२-० श्रीकृष्ण पु० नवसम-वि० नौलखा वि० अनगीनत अमूल्य For Private and Personal Use Only
SR No.020601
Book TitleRashtrabhasha Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahityaratna
PublisherVora and Company Publishers Limited
Publication Year1950
Total Pages221
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy