________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirtm.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir *#*** स.नु. क्तदेवतान्यष्टौ // 29 // विष्णोवैष्णवंकदाचनादित्यदेवत्येव / 47 हत्यौयज्ञोदेवानांकुत्सस्त्रिष्टुभविवस्वन्यजुःश्रदस्मैजगत्याशीर्वाम | मद्यभरद्वाजोबार्हस्पत्यःसावित्रींत्रिष्टुभ ठसावित्रोसिसावित्रठ सु। शर्मासिवैश्वदेवंबृहस्पतिसुतस्य लिंगोक्तमहंप्रजापतिरूपेणाऽs | त्मादेवताविष्टुषग्ना३ इपत्नीवन्नाग्नेयंप्रजापतिः॥प्राजापत्य ठह रिरस्पृक्सामेहोर्यस्तलिंगोक्तेदेवकृतस्याऽऽमेयानिषट् ॥३०॥स मिन्द्रात्रिर्वैश्वदेवीं त्रिष्टुभंधातालिंगोक्तबहुदेवत्यासुगावोदेवी EMEMOICROMEMORCMOMEMORCMOMCKMEMORMACISMENOMOMM** * * ** For Private and Personal Use Only