________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ** ***IMERIOMEN 3 MOKAMERICEMEN******** श्रीगणेशाय नमः॥ // अथातस्वैस्वर्यलक्षणंव्याख्यास्यामः // उदात्तश्चानुदात्तश्चस्वरितश्चतथैवच // लक्षणंवर्णयिष्यामिदैवतं / स्थानमेवच॥१॥ शुक्लमुच्चंविजानीयानीचंलोहितमुच्यते॥श्यामं / तुस्वरितविद्यादग्निमुच्यस्यदैवतम्॥२॥नीचेसोमंविजानीयात्स्व / रितेसविताभवेत्॥ उदात्तंबाह्मणंविद्यान्नीचंक्षत्रियमुच्यते॥३॥वै। श्यंतुस्वरितविद्याभारद्वाजमुदात्तकम् // नीचंगौतममित्याहुर्गा / ग्यचस्वरितंविदुः ॥४॥विद्यादुदात्तंगायत्रंनीचं त्रैष्टुभमुच्यते // *HREMOREME*MMMMM******* For Private and Personal Use Only