________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatitm.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir KOREACKKKKROACHKKKKKRAMECKKIMMER पिविद्यार्थीबजेद्गरुडहंसवत् // यथानखात्खनित्रेशनरोवार्यधिग शि. च्छति // तथागुरुगतांविद्याशुश्रूषुरधिगच्छति // सुखार्थीचेत्त्य / / जेद्विद्यांविद्यार्थीचेत्त्यजेत्सुखम् // सुखिनस्तुकुतोविद्यासुखंवि द्यार्थिनःकुतः ॥गुणिताशतशोविद्यासहस्रावर्तितापुनः॥ आगमि / प्यतिजिह्वाग्रेस्थलनिम्नमिवोदकम् // शतेनगुणिताविद्यासहस्रेण / चतिष्ठति // शतानांचसहस्रेणप्रत्यंचदवतिष्ठति // जलमभ्यास 21 योगेनशिलायांकुरुतेक्षयं // कामदुतस्तस्यकिमायासान For Private and Personal Use Only