________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir * ****** ****************** त्तादनुदात्तेतुवामायानुवआरभेत् // उदात्तात्स्वरितोदात्तौकमाइ क्षिणतोन्यसेत् // 23 ॥स्वरितादनुदात्तायेप्रचयांस्तान्प्रचक्षते॥ एकस्वररापिचांतानाहुस्तत्वाचिंतकाः // 24 ॥प्रचयोयत्र / श्येततत्रहन्यात्स्वरंबुधः // स्वरितःकेवलोयत्रमृदुस्तत्रनिपातयेत् // 25 // दुर्बलस्ययथाराष्ट्रहरतेबलवान्नृपः॥ एवंव्यंजनमासाद्य अकारोहरतेस्वरम् // 26 // उच्चादुच्चतरंनास्तिनीचान्नीचतरंतथा / अक्षरात्तुल्ययोगाच्चनीचेनीचगतानिच // 27 // स्वरउच्चःस्व / ********KKKAKKKKKKKKKKKKKKI For Private and Personal Use Only