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निरयावलियासु
पडिगया । तए णं या सोमा माहणो समणोवासिया जाया अभिगय [नार ] अप्पाणं भावेमाणी विहरइ । तए णं ताओ सुव्वयाओ अज्जाओ अन्नया कयाइ विभे
लाओ संनिवेसाओ पडिनिक्खमन्ति, २ बहिया जणवय5 विहारं विहरन्ति ॥
तए णं ताओ सुव्वयाओ अज्जाओ अन्नया कयाइ पुव्वाणुपुवि...जीव विहरन्ति । तए णं सा लोमा माहणी इमीसे कहाए लद्धट्ठा समाणी हट्ठा ण्हाया तहेव निग्गया,
जाव वन्दइ, नमसइ । २ धम्मं सोच्चा [जाव] नवरं 10 "रडकुडं आपुच्छामि, तए णं पब्धयामि । “ अहासुहं...।"
तए णं सा सोमा माहणी सुव्वयं अजा वन्दइ नमसइ, २ सुव्वयाण अन्तियाओ पडिनिक्खमइ । २ जेणेव सए गिहे जेणेव रट्टकुडे, तेणेव उवागच्छइ । २
करयल तहेव आपुच्छह [ जाव ] पव्वइत्तए । “अहा. 15 सुह, देवाणुप्पिए, मा पडिबन्धं..." । तए णं रट्टकुठे
विउलं असणं, तहेव जाव पुव्वभवे सुभद्दा, (जाव] अज्जा जाया इरियासमिया [जाव] गुत्तबम्भयारिणी ॥
तए णं सा सोमा अज्जा सुव्वयाणं अज्जाणं अन्तिए सामाइयमाइयाई एक्कारस अङ्गाई अहिज्जइ । २ बहुइं छ20 महमदसमदुवालस जाव भावेमाणी बहुहिं वासाइं सामण्ण
परियागं पाउणइ । २ मासियाए संलेहणाए सहि भताई अणसणाए छेइत्ता आलोइयपडिकन्ता समाहिपत्ता कालमासे कालं किच्चा सकस्स देविन्दस्स देवरन्नो सामाणियदेव
ताए उववज्जिहिइ । तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं दो सो25 गरोवमाई ठिई पन्नत्ता । तत्थ णं सोमस्स वि देवस्स दो सागरोवमाई ठिई पन्नत्ता॥
“से ण, भन्ते, सोमे देवे तओ देक्लोगाओ आउक्खएणं जाव चयं चइत्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उवव
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