________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
मुंबई के जैन मन्दिर
१८७
-
सीमन्धर धाम (२९७) श्री सीमन्धर स्वामी भगवान भव्य शिखर बंदी जिनालय श्री सुयश-शान्ति साधना केन्द्र, दहाणू रोड, मु. आंबेसरी, वाया-आशा गढ,
तालुका - दहाणु जि. थाणा, (महाराष्ट्र), टे. फोन नं. ८०७ २८ ४७ श्री मुनिसुव्रत स्वामी चतुर्विशति जिनालय विशेष :- श्री कांदीवली जैन श्वे. मू. संघकी तरफसे इस जिनालय का भूमि पूजन तथा शिलास्थापना वि.सं. २०५१ का वैशाख मास में हआ था। प. पू. युगदिवाकर आचार्य भगवन्त श्री विजय धर्मसूरीश्वर म. सा. के समुदाय के व्या. सा. न्या. तीर्थ प. पू. आचार्य भगवंत श्री विजय सूर्योदय सूरीश्वरजी म.सा. के प्रभावशाली प्रेरणा और सुन्दर मार्गदर्शन से मुंबई - अहमदाबाद हायवे पर महालक्ष्मी, सोमैया हॉस्पीटल-आश्रम के पास हाईवे से ७ कि.मी. दहाणू रोड पर, दहाणु स्टेशन से वाया आशागढ १४ कि.मी. दूर आंबेसरी गाँव में सीमन्धर धाम-सुयशशान्ति साधना केन्द्र में परम तारक विहरमाण परमात्मा श्री सीमन्धर स्वामी का भव्य शिखरबद्ध जिनालय बनाया है, उसके निर्माण का पूरा लाभ श्री कांदिवली जैन श्वे. मूर्तिपूजक संघने लिया हैं।
इस भव्य जिनालय की प्रतिष्ठा परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विजय सूर्योदय सूरीश्वरजी म. ठाणा-३ एवं परम पूज्य मुनिराज श्री पूर्णयशचंद्रजी म. आदि गुरु भगवन्तो की पावन निश्रा में वि.सं. २०५३ का वैशाख वदि १०, शनिवार, ता. ३१-५-९७ को हुई थी।
इस जिनालय में मूलनायक श्री सीमन्धर स्वामी ३१" परिकर सहित ६३" के साथ पाषाण की कुल ५ प्रतिमाजी, पंचधातु की ६ प्रतिमाजी, जिसमें पंच धातु की ३ प्रतिमाजी ७०० वर्ष, ६०० वर्ष एवं ५५० वर्ष प्राचीन हैं। सिद्धचक्रजी २, विसस्थानक १, अष्टमंगल १ के अलावा श्री पुंडरीक स्वामी, श्री गौतमस्वामी, श्री ऋषि मण्डल महायंत्र, श्री सिद्धचक्रजी महायंत्र एवं श्री मणिभद्रवीर व पद्मावती माताजी बिराजमान हैं। यह सब प्रतिमाओकी अंजनशलाका कांदीवली (प.) श्री मुनिसुव्रतस्वामी महा जिनालयमें प. पू. आ. भ. श्री विजयसूर्योदयसूरीश्वरजी म. सा. की प्रभावक निश्रामें वि. सं. २०५३, महाशुदि १, शनिवारको हुई थी।
परम पूज्य मुनिराज श्री पूर्णयशचंद्रजी म.सा. तथा परम पूज्य मुनिराज श्री पद्मयशचंद्रजी म. की पावन प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से साधना केन्द्र का निर्माण हो रहा है, जिसका नामकरण - उद्घाटन वि.सं. २०५३ का वैशाख वदि ९ शुक्रवार ता. ३०-५-९७ को 'मातु श्री केशरबेन टोकरशी सावला नवावासवाला श्री सुयश शान्ति साधना केन्द्र - सीमन्धर धाम' से हुआ था। श्रीमती केशरबेन टोकरशी शाह (नवावासवाला - कच्छ) रवि ग्रुप जैन भोजनशाला की व्यवस्था हैं । धर्मशाला भी बनी हुई है।
श्री सुयश स्मृति स्मारक ट्रस्ट संचालित सेठ श्री गुणवंतलाल चंदुलाल शाह आजोलवाला श्री सीमन्धर स्वामी जैन देरासर पेढी की ओर से जिनालयके संचालन की व्यवस्था हैं । यह रमणीय सीमन्धरधाम उत्तर महाराष्ट्र की सीमा - बोर्डर पर आया हैं । यहाँ से आगे गुजरात का प्रारंभ होता है।
For Private and Personal Use Only