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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १५८ मुंबई के जैन मन्दिर यहाँ पंच धातु के/१ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - १, सुशोभित है। इस गृह मन्दिरजी के संस्थापक एवं संचालक श्रीमान सेठ श्री महेशकुमार भुरालाल परिख एवं श्रीमती कमलाबेन आदि परिवार हैं। (२५५) श्री भटेवा पार्श्वनाथ भगवान शिखरबंदी जिनालय अरिहन्त कृपा, पहला माला, स्टेशन रोड, भायन्दर (पश्चिम), ___जि. थाणा, (महाराष्ट्र)-४०१ १०१. टे. ओ. ८१८ ७१ २३, दिनेशभाई - ८१९ २७ ७७ विशेष :- श्री भटेवा पार्श्वनाथ जैन संघ द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस भव्य जिनालय की प्रतिष्ठा कविकुलकिरीट आ. विजय लब्धिसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आ. विजय यशोवर्मसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में वि. सं. २०५० का माह सुदि १० सोमवार तारीख २१-२-९४ को भव्य धामधूम के साथ हुई थी। यहाँ के जिनालय में पाषाण की नीचे ९, उपर १ कुल १० प्रतिमाजी, पंच धातु की ७ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - २, वीस स्थानक - १, अष्टमंगल-१ बिराजमान है। श्री मणिभद्रवीर, श्री भैरुजी, श्री घंटाकर्णवीर तथा श्री चक्रेश्वरीदेवी, श्री पद्मावतीदेवी के अलावा श्री सम्मेतशिखरजी, श्री अष्टापद तीर्थ भी दर्शनीय हैं। यहाँ श्री भटेवा महिला मंडल, श्री विनीता सामायिक महिला मंडल की व्यवस्था हैं। (२५६) श्री भटेवा पार्श्वनाथ भगवान गृह मन्दिर ऋषभ एपार्टमेन्ट, ओ ३०३, तीसरा माला, स्टेशन रोड, भायन्दर (प.), जि. थाणा (महाराष्ट्र)-४०१ १०१. टे. ओ. ८१९ ३८८८ विशेष :- इस गृह मन्दिरजी के संस्थापक एवं संचालक पालनपुरवाले सेठ श्री प्रकाशभाई चन्दुलाल शाह हैं। परम पूज्य आ. विजय भुवनभानुसूरीश्वरजी म. के पट्टधर पू.आ. विजय जयघोषसूरीश्वरजी म. की पावन निश्रा में वि.सं. २०५० का वैशाख सुदि १३ ता. २३-५-९४ को चल प्रतिष्ठा हुई थी। यहाँ पंच धातु की मूलनायक १ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - १ अष्टमंगल - १ शोभायमान हैं। (२५७) श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ भगवान शिखरबंदी जिनालय राम मन्दिर रोड, भायन्दर (प.), जि. थाणा (महाराष्ट्र)-४०१ १०१. टे. फोन : रमेशभाई बंबोरी - ८१९ २३ ९३ For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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