________________ 1 Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kabatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मातृ 2 29999903Hamayantaruaamana कारकः॥ 32 // ण॥ उमाकांतोनरकजिद्रतिर्दक्षपदाग्रगः // निर्वाणस्त्रिगुणाकारंत्रिरेखोणस्समी रितः॥ 33 // तवामोरुमूलनिलयआषाढीकामिकाहरिः॥ तीव्रश्चतरलोनीलस्तकार कीर्तितोबुधैः ॥३॥थ।दण्डीशोवरदःकृष्णोवामजानुगतस्स्मरः।शोरीचापिविशालाक्षस्थकार परिकीर्तितः॥३५॥ द॥सत्योत्रीशोहादिनीचवामगुल्फगतस्तथा।।शूलीकुबेरोदाताचदकारोधादिःमस्मृतः॥३६॥धामीने शस्सात्वतप्रीतिर्वामपादांगुलीगतः॥ धनेशोधरणीशश्चधकारोदांतिमस्स्मृतः॥ 37 // न // शौरीमे पेश्वरीदीर्घावामपादारसंस्थितः॥ नरोनदीनोनादीचनकारश्चानुनासिकः॥३८॥ पातीक्ष्णाचलोहित शूरोदक्षपार्श्वश्वपार्थिवः॥ पद्मशोनान्तिमःफादिपकारोपिप्रकीर्तितः // 39 // फाजिनार्दनीशिखीरौ द्रीवामपार्श्वकृतालयः॥ फट्कारःप्रोच्यतेसद्भिःफकार पांतिमस्स्मृतः॥४०॥ व॥छलगण्डोभूधरश्च भयापृष्ठगतस्तथा // सुरसोवज्रमुष्टिश्चवकारोभादिमोमतः॥४१॥ भ ॥विश्वमूर्तिढिरण्डेशोनिद्राना भिगतोपिच॥ भ्रुकुटीचभरद्वाजाभकारश्चजयापहः // 42 // म // वैकुण्ठश्चमहाकालस्तन्द्रीजठरसंस्थि 8 // 238 // For Private and Personal Use Only