________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kabalirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandie में०म० alमहामृत्युंजयमंत्रमाह // तारइति // तारॐ // व्यापिनीचंद्रयुक बिंदुयुतखंहाहौं // तारॐ॥ अर्षीशामदीक बिंदुयुक्तश्चतुराननाऊबिंदुयुतोजाजूं / सर्गीहंसासः। भूर्भुवःस्वरूपम्॥सकारोबालविसर्गाढयोवविसर्गयुतः 137 // सकार-स्वाभ्यंबकवैदिकोमंत्रायथाव्यंबकंयजामहे सुगंधिपुष्टिवर्धनम् / / उर्वारुकमिवबंधनान्मृत्योर्मुक्षी महामृत्युंजयंवक्ष्येदुरितापन्निवारणम् // यंप्राप्यभार्गवःशंभो तान्दैत्यानजीवयत् // 1 // तारखंव्या | पिनीचंद्रयुक्तारश्चतुराननः // अर्षीशविंदुसंयुक्तोहंसःसर्गीचभूर्भुवः॥२॥ सकारोवालसर्गाढयस्यं बकवैदिकोमनुः // भूर्भुवःस्वभुजंगेशस्ताराजूंसर्गवान्भृगुः // 3 // आकाशोमनुविंदाढय प्रणवांतो मनूत्तमः॥ महामृत्युंजयाख्योयंपंचाशद्वर्णनिर्मितः॥४॥ वामदेवकहोलाख्यवसिष्ठामुनयोस्यतु // छंदास्युक्तानिरुदेणपंक्तिगायत्र्यनुष्टुभः // 5 // सदाशिवमहामृत्युंजयरुद्रोस्यदेवता // मायाशक्ती रमाबीजविनियोगार्थसिद्धये // 6 // यमामृतादिति॥भूर्भुवःस्वःस्वरूपं / तारः ॐपुतोभुजंगेशोरः ॥रों // जूस्वरूपम् // सर्गवान्भृगुःसः // 1 // alu2 // 3 // मनुबिंद्वाढयः आकाशः बिंदुयुतोहाहौं // प्रणवांतश्चायंमंत्रः॥ यथा // ॐहौं ॐजूंसः भूर्भुवःस्वाभ्यंबकंभूर्भुवःस्वरोंजूंसाहौंॐ इतिपंचाशदर्णः // माया ह्रीं // रमाश्रीं // 4 // 6 // 6 // | 1 अस्यश्रीमहामृत्युंजपमंत्रस्पवामदेवकहोलवसिष्ठाऋषयापंक्तिगायत्यनुष्टुप्छन्दांसिसदाशिवमहामृत्युंजयरुद्रादेवताह शक्तिःओंबीज ममाभीष्टसिद्ध्यर्थेजपेविनियोगः॥ For Private and Personal Use Only