________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सटीक | त०१२ मं०म० भगमालिनीमाह॥वागिति॥वाग्बीजऐं // कर्णाढयानिद्राउयुतोभाभुः // 10 // सदीपिकःअग्निः॥ उयुतोरः रूः॥ दीर्घास्मृतिःगा // अग्नीरफः॥ 12 // सझिंटीशःपावकः // एयुतोर रे॥केशवाः // 13 // वाऐं // 14 // // 99 // मारुतोयः॥ 15 ॥मायाहीं ॥स्वरूपमन्यत् // अंगत्रिभूवर्णाषत्रिंशदुत्तरशतार्णाभगमालिनी // यथा // आऐंभगभुगेभगिनिभगोदरिभगमालेभगावहेभगगुह्येभगयोनेभगनिपातिनिसर्वभगवशंकरिभगरूपनित्यक्ति वाग्वीभगकर्णाव्यानिद्रागेभगिनीतिचभिगोदरीतिवर्णातेभगमालेभगावहे // 10 // भगगुह्येभगातेस्या योनेभगनिपातिनि / सौतेभगशब्दांतेवशंकरिभगेतिच // 11 // रूपेनित्यपदंक्किन्नेभगस्वाग्निःसदीपि कायेसर्वभस्मृतिर्दी|निमेह्यानयवाग्नयः।।१२॥देरेतेसुसझिंटीश पावकस्तेभगार्णकाः॥किन्नेकिनवे केदमद्रावयचकेशवः॥१३॥मोवेभगांतेविच्चेचक्षुभक्षोभयसर्वच।।सत्वान्भगेश्वरिप्रांतेवायलूंजब्लूच में पुनः॥१४॥ ब्लूमोलूहेंपुनन्लूहक्किनेसर्वाणिभाक्षरम् // गानिमेवशमानतिमारुतःस्त्रीहतिच // 16 // ब्लेमायांगत्रिभूवर्णाप्रोदिताभगमालिनी॥नित्यक्किन्नेमदद्रतिपद्मनाभयुतंजलम् // 16 // प्रभगस्वरूपेसर्वभगानिमेह्यानयवरदेरेतेसुरतेभगक्किन्नक्किन्नद्रवेक्केदयद्रावयअमोघेभगविच्चक्षुभक्षोभयसर्वस त्वान्भगेश्वरिऐंडलूंजंब्लूमेंब्लूमौंब्लूहेंब्लूहेंक्लिन्नेसर्वाणिभगानिमेवशमानयस्त्रींहरल्वेंहींभगमालिनीनित्या श्रीपादुकांपूजयामिनमः॥ नित्यक्तीनामंत्रमाह // नित्येति / / पद्मनाभयुतंजलम // एयुतोवावे // 16 // |99 // For Private and Personal Use Only