________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सटीक त०११ मं०म० सितासितारुणाबधूचित्रापीताश्चचिंतयेत् // चतुर्भुजाःसमैर्वःसर्वाभरणभूषिताः // एवंध्यात्वान्यसेत् // हीश्रींडांडीडं मलवर पूंडाकिन्यैनमः॥अं१६ ममत्वचंरक्ष 2 त्वगात्मनेनमाकंठदेशेविशुद्धौ ॥१॥हींश्रीराँ // 92 // सरंमलवरयूंपूंराकिन्यैनमः१२ममरक्तंरक्ष 2 अमृगात्मनेनमः हृद्यनाहते॥२॥ लीलीलंमलवर पूंलाकिन्यै नमःगाडं१०मममांसंरक्ष 2 मांसात्मनेनमः नाभौमणिपूरे // 3 // कांकीकंमलवरयूंपूंकाकिन्यैनमः॥वं.६ मममे दोरक्ष 2 मेदआत्मनेनमालिंगमूलेस्वाधिष्ठाने ॥४॥शांशीशमलवरयूंपूशाकिन्यैनमः॥वं४ ममास्थिरक्षर अ स्थ्यात्मनेनमःगुदेमूलाधारे॥५॥ हाहीहंमलवरयूंपूंहाकिन्यैनम हंक्षमममजारक्ष 2 मजात्मनेनमोभ्रूमध्ये आज्ञाचक्रे॥६॥ यांयींयंमलवरयूंपूंयाकिन्यैनमअंममशुक्ररक्ष२ शुक्रात्मनेनमःब्रह्मरंध्रे // 7 // इतियोगिनी मातृकाः॥४॥राशिमातृकामंत्रस्यमुनिच्छंदसीपूर्वोक्ते ॥राशिरूपासुंदरीदेवता श्रीविद्यांगत्वेनन्यासेविनि योगः // ध्यानं // रक्तश्वेतहरिद्वर्णपाडचित्रासितास्मरेत् // पिशंगपिंगलौवभूक,राशितधूम्रभान् // एवं ध्यात्वान्यसेत् // अंआंइंईमेषायनम दक्षपादगुल्फे॥१॥ उंऊवृषायनमादक्षजानुनि // 2 // लंलंमिथु नायनमादक्षवृषणे // 3 // एंऐकायनमादक्षकुक्षौ॥४॥ओंऔसिंहाय दक्षस्कंधे॥५॥अंअशंघसंहकन्यायैनमः Bal दक्षशिरोभागे॥६॥ कखगघंडं तुलायैनमोवामशिरोभागे // 7 // चंछंजंझंगंवृश्चिकायनमःवामस्कंधे // 8 // adlठंडढंणंधन्विने वामकुक्षौ॥८॥ तथंदधनंमकरायनमः वामवृषणे॥९॥ पंफंबंभमंकुंभायनमः वामजानु नि // 10 // यरलवंक्षं मीनायनमोवामगुल्फे // 12 // इतिराशिमातृकाः॥५॥ पीठमातृकामंत्रस्यमुनिच्छं दोंगानिपूर्ववत् // पीठरूपिणीसुंदरीदेवताश्रीविद्यांगत्वेनन्यासेविनियोगः // ध्यानम् // सितासिता PASSESDDESSpasssssssssssssssage // 92 // For Private and Personal Use Only