________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandie श्रीपूजायांश्रीबीजेनसंपुटितः।भूबीजमाह // स्मृतिरिति / / स्मृतिर्गः॥ लमतुचंद्रयुक् // लऔबिंदुयुतः // ग्लौं // एतद्भुवोबीजम् // श्रीबीजमाह // वहीति // रेफई // बिंदुयुतोबकः शः // श्रींइतिश्रियोबी जम् // 17 // वेदानेचतुरस्रमंत्राद्यचतुर्तीजाद्याश्चतस्रःशक्ती पूजयेत् // ताएवाह // परेति // परायै लक्ष्मीपुटस्तत्पूजायांस्मृतिर्लमनुचंद्रयुक् // भुवोवीजंवह्निशांतिविंदुयुक्तोवकःश्रियः // 17 ॥मंत्रादि स्थचतुर्बीजपूर्विकापरिपूजयेत् // शक्तीश्चतस्रोवेदानेपराचभुवनेश्वरी // 18 // कमलाशुभगाचेति बाहयाद्याअष्टपत्रगाः // षोडशारेमृताचैवमानदातुष्टिपुष्टयः॥ 19 // प्रीतीरातेह्रींःश्रीश्चापिस्वधास्वा हादशम्यथ // ज्योत्स्नाहैमवतीछायापूर्णिमासहनित्यया // 20 // अमावास्येतिसंपूज्यामंत्रशेषार्ण पूर्विकाः // भूपुरेलोकपालाःस्युस्तदत्राणितदग्रतः॥ 21 // नमः॥हींभुवनेश्वर्यै // 18 // श्रींकमलायै // क्लींसुभगायै // मंत्रस्यशेषायेवर्णाःचतुर्वीजव्यतिरिक्ताः // तत्पूविकाअमृताद्याः षोडशदलेपूज्याः॥ अंअमृतायैनमः ॥मांमानदायैइत्यादि॥ 19 // 20 // 21 // For Private and Personal Use Only