________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir LinSoni ar सटीक // 48 // 62 // 63 // कलापत्रेषोडशदले // ताराद्येनरमान्तेनश्रीबीजेन ॐश्रीश्रीमितिमनुनाश्रियंयजेत् // द्विरामारे द्वात्रिंशदले॥पाशमायांकुशैः॥ आंहींक्रौंशिवायैनमइतिद्वात्रिंशद्वारतायजेत् // 64 // वेदांगपत्रे | त्रिकोणेपार्वतीमिष्ट्वाचतुरोर्चयेदिमान।मेधाविद्यांपुनर्लक्ष्मीमहालक्ष्मीचतुर्थिकाम् // 62 // षट्कोणे पुषडंगानिस्वरानष्टदलेचयेत् // दिग्दलद्वितयेदेवानिंद्रादीनायुधानिच // 63 // तारायेननमोन्ते नश्रीबीजेनरमायजेत्।।कलापत्रेद्विरामारेपाशमायांकुशैशिवा // ६४॥वेदांगपत्रेत्रिपुटांश्रीमायामदनै र्यजेत् // वृत्तत्रयेमहालक्ष्मीभवानीपुष्पसायकाम् // 66 // चतुरस्रंचतुर्दाघुविनेटक्षेत्रेशभैरवान् // यो गिनी पूजयेदित्थंनवावरणमर्चनम् // 66 // एवंयोभजतेदेवींवश्यास्तस्याखिलाजनाःगलाजैत्रिमधुरो पेतैर्जुहुयादयुतंतुयः॥६॥लभतेवांछितांकन्यांधनमानसमन्विताम् // एवंस्वयंवराप्रोक्ताप्रोच्यतेमधुम त्यथ॥ 68 // नारायणोविंदुयुतोहल्लेखांकुशमन्मथाः॥दीर्घवर्मध्रुवोवह्निप्रेयसीवसुवर्णवान् // 69 // चतुःषष्टिदले // श्रीमायामदनैः। श्रीह्रींकींत्रिपुरायैनमइतितांयजेत् // 65 // 66 // 67 // मधुमतीमाह // नारायणेति // बिंदुयुतोनारायणः आं // हल्लेखाहीं // अंकुश क्रौं॥ मन्मथ कीं // दीर्घवर्महूं // ध्रुवः *ॐ // वह्निप्रेयसीस्वाहामंत्रोयथा // आंहींक्रौंक्कीहूंॐस्वाहा // 68 // 69 // aa a be // 48 // O ar For Private and Personal Use Only