________________ Acharya Shri Kalassag www.kobatm.org Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra y armandir वामपादमूले // 32 // ॐ हौं थंदंडीशभद्रकालीभ्यां नमः वामजानुनि // 33 // ॐ ह्रौं दं अत्रीशयोगिनीयां नमः वामगुल्फे // 34 // ॐ ह्रौं , मीनेशशंखिनीभ्यां नमः वामपादांगुलिमूले // 35 // ॐ ह्रीं नं मेषेशतर्जनीभ्यां नमः वामपादांगुल्यो // 36 // ॐ ह्रौं पं लोहितेशकालरात्रिीयां नमः दशकुक्षौ // 37 // ॐ ह्रीं फं शिखीशकुण्डलिनीन्यां नमः वामकुक्षी // 38 // ॐ ह्रौं बं छागलण्डशकपर्दिनीभ्यां नमः पृष्ठे // 39 // ॐ ह्रां में विरण्डेशवज्रान्यां नमः नाभौ // १०॥ॐ ह्रौं मं महाकाले शजयान्यां नमः उदरे // 41 // ॐ ह्रीं यं त्वगात्मान्यां वालीशसमवेश्वरीभ्यां नमः हृदये // 42 // ॐ ह्रारं असगात्मान्यां भुजंगेशरेवतीभ्यां नमः दक्षांसे // 43 // ॐ ह्रौं लं मांसात्मन्यां पिनाकीशमाधवीन्यां नमः ककुदि // 44 // ॐ ह्रां व भेदआ। मायां खड्गीशवारुणीन्यां नमः वामांसे // 45 // ॐ ह्रीं शं अस्थ्यात्मन्यां केशवायवीच्यां नमः हृदयादिदक्षकरागांतम् // 46 // ॐ हौं पं मजामायां श्वेतेशरक्षोवधारिणीयां नमः हृदयादिवामकरायांतम् // 47 // ॐ ह्रां में शुक्रात्मन्यां भृग्वीशसहजान्यां नमः हृदयादिवामपादांतम् // 18 // ॐ ह्रौं हं प्राणात्मयां लकुलीशलक्ष्मीच्यां नमः हृदयादिदक्षपादांतम् // 49 // ॐ ह्रीं लं शक्त्यात्मान्यां शिवेशव्यापिनीच्यां नमः हृदयादिनात्यंतम् // 50 // ॐ ह्रौं शं परमात्मान्यां संवर्तकेशमायान्या नमः हृदया दिशिरोंतम् // 51 // इति विन्यस्य ध्यायेत् // अत्र रुद्राः स्मृता रक्ता धृतशूलकपालकाः॥शक्तयो रुद्रपीठस्थाः सिंदूरारुणविग्रहाः॥ करतोत्पलकपालात्यामलंकतकरांबुजाः // 1 // " इति श्रीकण्ठादिकलामातृकान्यासं कृत्वा प्रयोगोक्तन्यासादिकं कुर्यात् // ततः। पीठादौ रचिते लिंगतोभद्रमंडले सर्वतोभद्रमंडले वा तन्मध्ये मंडूकादिपरतत्त्वांतपीठदेवताः स्थापयेत // तत्र क्रमः / पुष्पाक्षतानादाय For Private And Personal Use Only