________________ Shri Mahavn Aradhana Kendra www.kabalrm.org Acharya Shri Kalassagarsur Gyanmandir धू पराताभगवोब्धप // इत्यवम् // 33 // इति प्रथमो न्यासः // य एतावन्तश्चभूया सश्चदिशोरुद्राब्बितस्त्थिरे // तेपासहस्रयोजने वधन्वानितन्ममि // इति दिग्बंधः // 1 // ॐ ॐनमः शिरसि // 1 // ॐ ने नमः नासिकायाम् // 2 // ॐ मो नमः ललाटे // 3 // ॐ ॐ नमः मुखे // 4 // ॐ गं नमः कंठे // 5 // ॐ वं नमः हृदि // 6 ॥ॐ ते नमः दक्षस्तने // 7 // ॐ ॐ नमः वामस्तने // 8 // ॐ द्रां नमः नाभौ // 9 // ॐ यं नमः पादयोः // 10 // इति दशांगन्यासो द्वितीयः // 2 // ॐ सद्यो / जाप्रपद्यामिसयोजातायवैनमोनमः // भवेभवेनातिभवेभवस्वमांभवोद्भवायनमः // इति पादयोन्य॑स्य ॐ हंसोहंसेतियात् // 1 // ॐ वाम देवायनमोज्येष्ठाय / इति ऊर्वाय॑स्य हंसोहंसेति ब्रूयात् // 2 // ॐ अघोरेग्योथघोरेन्यो० इति हृदि विन्यस्य हंसोहंमेति बृयात् // 3 // ॐ तत्पुरुषायविद्महे 0 इति मुखे विन्यस्य हंसोहंसेति ब्रूयात् // 4 // ॐ इशानः सर्वविद्याना० इति मटि विन्यस्य मोह है मेति ब्रूयात् // 5 // इति तृतीयन्यासः // 3 // एवं न्यासत्रयं कृत्वा संपुटं कुर्यात् / तत्र क्रमः। कृतांजलिपुटः / ॐ त्रातारमि दमवितारमिन्द्र हवेहवेसुहवः शूरमिन्द्रम् // ह्वयामिराक्रम्पुरहूतमिन्द्रस्वतिनोमघवाधात्विंद्रः // इति मंत्रण प्राच्यामिन्द्रं नम स्कुर्यात् // 1 // ॐ त्वन्नोऽअग्नेव्वरुणस्यन्विद्वान्देवस्यहेडोऽअवयासिष्ठिाः // यजिष्ठोवह्नितमःशोशुचानोविश्वाद्वेषा सिप्रमुमुग्ध्य स्मत् // इत्याग्नेय्यामग्निं प्रणमेत् // 2 // ॐ सुगन्नःपंथाम्प्रदिशन्न एहिज्ज्योतिष्मध्येहजरनआयुः // अपेतुमृत्युरमृतम्मऽआगा। दैवस्वतोनोऽअभयंकृणोतु // इति दक्षिणस्यां यमं प्रणमेत // 3 // ॐ असुन्यन्तमयजमानमिच्छस्तेनस्येत्यामन्विहितस्करस्य // अन्य मस्मदिच्छमातऽइत्यानमोदेविनिर्कतेतुल्यमस्तु // इति नैतिं प्रणमेत् // 4 // ॐ तत्वायामिब्रह्मणाबन्दमानस्तदाशास्तेयजमानोहविभिः॥ For Private And Personal Use Only