________________ Shr a in Aradhana Kendra www.kobairt.org Acharya Shri Kalashsagarsuri Gyanmandir श्रीमद्भागवत संस्कृत मूल तथा भाषाटीकासहित / श्रीवेदव्यास प्रणीत श्रीमद्भागवत सबसे कठिन है और उसका प्रचार भरतखण्डमें सबसे अधिक है। यह ग्रंथ क्लिष्टताके कारण सर्व साधारण लोगोंको टीका होनेपरभी अच्छी रीति समझना कठिन / था कोई 2 स्थलमें बडे 2 पण्डितोंकीभी बुद्धि चक्करमें उडजाती थी इसलिये विना संस्कृत पढे सर्व साधारण पंडित व स्वल्प विद्या जाननेवाले भगवत् भक्तोंके लाभार्थ संस्कृतमूल व अति प्रिय / ब्रजभाषा टीकासहित जोकि हिन्दी भाषा में शिरोमाण और माननीयहै उसी भाषामें टीका जी बनवाकर प्रथमावृत्ति छपायाथा ओ बहुतहीजल्दी हाथोंहाथ विकगईफिर द्वितीयावृत्ति भी विकगई। अब इसकी तृतीयावृत्ति द्वितीयावृत्तिकी अपेक्षा अच्छी तरह शुद्ध करवाके मोटे अक्षरमें छपायाहै | और भक्तिज्ञानमार्गी 500 अतीवमनोहर दृष्टांत दिये हैं कागज विलायती बढिया लगाया है| माहात्म्य षष्ठाध्यायीभाषाटीका सहित इस्के साथही है प्रथमा वृत्तिमें मूल्य 15 रुपयाथा इस आवृ-- त्तिमें केवल १३तेरह रुपयारक्खाहै. For Private And Personal