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जीवन चरित्र व कथानक :
प्रोपदेशिक- जीवन मा.
ऊपर दृष्टांत
शीलविषये
11
"
19
11
ज्ञानरत्नोपरव्याने प्रो. सं.
तीर्थंकर - जीवनी
17
"
"
93
13
17
11
33
6
जीवन- प्रसंग
जीवनी
:
चरित्र
=
"1
==
जी + भक्ति मा.
=
11
"
जीवन चरित्र
भक्ति + जीवन
31
=
दानपर- जीवनी
11
"1
महाकाव्य
13
#1
19
11
13
7
त्रा.मा.
मा.
11
प्रा.
प्रा.मा.
प्रा.
मा.
44
32
2
9
6
24 × 11 × 17 × 44
26 × 1 1 × 15 × 35
27 x 13 x 15 x 42
6,18,625 से 28 x 12 से 13
7
70
37
51
6
8
2
8
3
6,3
7
2
5
48
127
45
22
7,8
10
www.kobatirth.org
17
8 A
25 × 11 × 14 × 36 | संपूर्ण 33 ढालें
25 x 12 x 15 x 40
25 x 11 x 12 x 50
26 × 1 1 × 13 × 45
26 × 10 × 14 × 46
25 × 12 × 1 8 × 4 5
26x12 x 14 x 40
26/27 × 11
26 x 11 x 10 x 35
25 × 11 × 15 × 51
25 x 10 x 7 x 28
27 × 11 × 13 x 47
26×11x7x40
26 × 11 × 11 × 40
17
26 × 11 × 16 x 42
17
32
19वीं
अपूर्ण पहिले दो पन्न े कम 1678 द्रुनाटक
मोहनजी
संपूर्ण 160 छंद
18वीं
178 गा.
175/203 TT.
"
26 x 11 x 12 x 30
26 × 11 × 15 × 50 अपूर्ण छठे सर्ग से अंत तक 19वीं
17वीं
19वीं
39
19
11
|संपूर्ण
अपूर्ण गणधर वाद तक
संपूर्ण चार ढालें
"
11
31
93
9
"
11
"F
12
11
चार प्रकाश श्लोक 16वीं
2430
दूसरी पूर्ण 18
भव तक
85 छंद
1840 श्लोक ग्रं.
5059
पूर्ण 669 श्लोक तक
25 x 11 x 7 x 40
24 × 10 × 13 × 33 | संपूर्ण 21 ढालें
25 x 11 x 12 x 32
29 छद
19 पद
1816 श्लोक
142-3 गाथा
138 गाथा
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
[ 323
22 ढालें
10
1971
For Private and Personal Use Only
1874
1890/19वीं
1868 विक्रमपुरे धर्मविलास
"
1939 मार्तण्डपुरे दीपचंद 19वीं
17वीं
1793
19वीं
1761
11
कल्पसूत्रानुसार
1839 की कृति नागोर में
37
पहिली प्रति जीर्ण
नाप में भिन्नता है।
1768, 19वीं
19वीं
1849 सातसेण - राजेन्द्रसागर
ग्रं टब्बा सहित है