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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जीवन चरित्र व कथानक : [ 317 6 7 ___10 ___ 11 8 | 8A | 26 x 12 x 16 x 42 | संपूर्ण तार्थकर-चरित्र | मा. 19वीं 26x11x23x63 सीताराम-चरित्र | महाकाव्य 26 x 11 x 12 x 60 38 25x11x17x43 ,, ग्रं. 10550 (पहिला 1502,मंडपदुर्ग पन्ना कम) | गुरणधीरगा। ,, ग्रं. 8655 , 1649 ,, 1494 गा., 1700 1654 (हेमचन्द्रानुसार) ,, 443 गा , ढाल 23 | 1766 ., 501 श्लोक 1690 शील पर जीवनी । 25 x 11 x18x60 प्रोपदेशिक-जीवनी | सं. 19* 26x11x17x53 " रूपक प्रा.सं. 26x11x16x46 अपूर्ण 7 प्रस्ताव+56 19वीं श्लोक , जीवनी 26x12x15x53 संपूर्ण 1876 , जीवन-प्रसंग मा. (विक्रमादित्य चरित्र) 26 x 10 x17x52 22 x 12 x 15 x 24 , 75 ढाल 6 खंड, 1842 ग्रं 3784 " , ग्रं. 3971 1855 जीवन गाथा 26x11x12x40 19वीं तीर्थकर-चरित्र 27x11 x 15 x 45 , 15 गा. 1531 अमदाबाद चरित्र पंच के धर्मसेन 27x11 x 11 x 42 | अ. अंतिम 3 सर्ग छठे से | 1558 पाठवां 27 x 12 x 12 x 40 | संपूर्ण पाठ सर्ग प्र. 6400 1950 मंगलपुर जयानंद 26 x 11 x 13 x 41 , , ग्रं. 5500 (1454 ?) , गणधर संबंधी 28x13x15x49 , , , 19वीं 26 x 11x11x36 | अपूर्ण (सात गणधर तक) 16वीं जीणं 42 x 11 x 12 x 61 | संपूर्ण ग्रं. 4556(5167) 1923 बीकानेर प्रशस्ति है खरतर देवगुप्तसूरि गच्छीय 26 x 12x13x34 20वीं " " | प्रा. प्रोपदेशिक-संबंध | मा. , 4 ढालें गुरु-जीवनी 26x12x20x52 19वीं पांडव-इतिहास 25x11x13x40 | , 18 सर्ग 17वीं रत्नचंद द्वारा संशो धित दूसरे खंड के प्रारंभ | 10 27x12x17x65 अपर्ण 409 गाथा तक | 19वीं 1468 प्रारंभ में चित्र धर्म पर प्रोपदेशिक जीवनी 37x6x9x85 | संपूर्ण 18 सगं 26 x 11x16 x53 |, 213 छंद 22 x 19 x 27x32 , 202 गा. | 1770 मेड़ता | 1662 की कृत्ति सांगानेरे | 1814 For Private and Personal Use Only
SR No.020414
Book TitleJodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSeva Mandir Ravti
PublisherSeva Mandir Ravti
Publication Year1988
Total Pages558
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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