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304 ]
भाग/विभाग : 4 (अ)-इतिहास व वृत्तान्त
3A
260
के.नाथ
9/16] जंबु-चरित्र
Jamboo Caritra
पद्मप्रभ
मू.ट. (ग.)
261 | कोलड़ी 144
262
के नाथ 6/69
सकलहर्ष
263
264
,
Caupai
| बुद्धिसार
5/19 , 11/79 | जंबू-चौपई कुंथुनाथ 35/41 | जबू पांच भव-चरित्र | के.नाथ 19/2 | जंपूरवामी-चौपई
| Jamboo 5 Bhava Caritra
266
Jamboo Svāmi Caupai
कमल विजय
267
|
26/91
बुद्धिसार
268
| कुंथुनाथ 17/19 |
" प्रबंध
,
Prabandha
| पद्मचंदररि
269 सेवामंदिर 49 194
, चौढालिया
»
Caudhāliyā
अज्ञात
| कोलड़ी 145 | जंबूस्वामी-कथा
,
Katha
।
271
के नाथ 29/44
।
कोलड़ी 1092
।
273 | के.नाथ
5/72
।
274
के नाथ 24/53
।
| के नाथ 15/58
।
276
के नाथ 6/130
।
277
के.नाथ 10/41 जांबवती-चौपई
Jāmbavati Caupai
सूरीसागर
278 सेवामदिर 49 183
4 प्रतियां
4 copies
279- के नाथ 24/45, गु
82|6,5/13,19/78|
283 मुनिसुव्रत 4 4 109| जिनपाल जिनराखी की चौपई, Jinapāla Jinarākhi ki
Caupai
वरजाग (भावसुंदर
शिष्य)
| प्रोसियां 4 988
, -चौढालिया
,Caudhaliya
| सुमतिसुख
285 | | के.नाथ 18/91 | जिनमुक्ति-सूरि बृहत्-भास | Jinamuktisuri Brhata
Bhasa 286 | कुंथुनाथ 10/136| जीरणसेठ (वीरपारणा) गीत Jirana Setha Gita -
मालमुनि
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