________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
282 ]
भाग/विभाग : 3 (इ)-जन भक्ति व क्रिया
1
3A
2
3 महावीर 3 ई 21 | लोकाशाह मत-चर्चा महावीर 3 ई 20
Lonkāśāha Mata Carca
प्रोसियां 2-311 विचारविधि चौपई
Vicāra Vidhi Caupai
के.नाथ 24/84 | विचारसार
Vicara Sāra
पार्श्वचन्द
,
23/55 | बीर-स्तवन
Vicāra Stavana
जिनविजय
महावीर 3 ई31 | शास्त्र सम्बन्धी बोल
Šāstra Sambandhi Bola
3 ई 4 | श्रावक विधिविनिश्चय
Sravaka Vidhi Viniscaya | हर्षभूषण
सेवामंदिर 2/418 | श्रुतविचार Śruta Vicara
| कोलड़ी 1238 88 प्रोसियां 3 प्रा 170 श्लोक पत्र (स्फुट) Sloka Patra (Sphuta) कोलड़ी पुट्टा/69/8| षट्दर्शन के भेद-प्रभेद Şațdarśana ke Bheda
गद्यतालिका
Prabheda 90 | के.नाथ 10/79 षटपरीणां घटाघट-विचार | Sat Parvinām Ghatāghata
Vicara 91 | कोलडी 1096 | ईर्यापथिकी षड़त्रिशिका | Iryapathiki Sadtrimstka | स्वोपज्ञ
मू वृ. (प.ग.) + वृत्ति
+Vrtti प्रोसियां 2/157 सम्यक्त्व-सार
Samyaktva Sāra ,, 3 ई 26 | सम्यक्त्वसार-प्रद्योत
, pradyota जेठमल महावीर 2/129 | संघपट्टक सावचूरि Sanghapattaka with जिनवल्लभसूरि कीत्ति-मू.अ.+(प.ग.)
Avacūri
गरिण | ओसियां 2/224 . -
जिनवल्लभसूरि | मू.ट. (प.ग.) 96 | महावीर 3 ई 34 | , 333 , +वृत्ति
+Vrtti , जिनपति | मू.व. (प.ग.) | सेवामंदिर 2/368 , -
मू प. के.नाथ 10/80 संदेह-दोलावली
Sandeha Dolāvali जिनदत्तसूरि प्रोसियां 2-136 , +वृत्ति
" +vrtti | - मू व. (प.ग.) | के.नाथ 13/4 +वृत्ति
, +Vxtti | जिनदत्तसूरि प्रबोधचंद्र , 102 , 18/31 | साधुमार्गी-चर्चा Sadhu Mārgi Carca
"
Taru
For Private and Personal Use Only