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266 ]
780
781
782
गुरुपारतन्त्र्य
विग्धापहर
उवसग्गहरं
लघुशांति
वृहत्शांति
783
"
प्रजितशांति
लघुशांति (उल्लासिका)
भयहर-स्तोत्र
तंजयउ (सर्वाधिष्ठायक)
784
2
सियां 3 इ 216 सप्तस्मरण-स्तुति प्रादि
के. नाथ
785
6 / 65 सप्तस्मरण आवश्यक व अन्य
ग्रंथ
21/51
सप्तस्मरण की वृत्तियें
798- कुंथुनाथ 35/39, 804 16/17, 36/1 20/8-9, 44/5, 14/60
मूल मानतुङ्ग
मूल जिनदत्तसूरि
11
3
मूलनंदीषेण प्राकृत गाथा 40
मूल जिनवल्लभ प्राकृत गाथा 15-18
19
मूल भद्रबाहु
मूल मानदेव संस्कृत
मूल अज्ञात संस्कृत
"
11
"
11
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के. नाथ 26/103गु सप्तोपधानादि-स्तवन
सेवामंदिर गुटका 30 सरदहरणा-स्तवन ति महावीर 3 इ 77
"1
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21
26
21
14
5
Saptasmarana Stuti etc.
19
3 प्रतियां
2 प्रतियां
Saptopadhānādi Stavana
Saradahana Stavana
सरस्वती भक्तामर + वृत्ति
Sarasvati Bhaktamara +Vrtti
786- महावीर 3131 सरस्वती - स्तोत्राणि 6 प्रतियां Sarasvati Stotrāni 86,130,132. 55,79
91
792-4 मुनिसुव्रत 3 इ 286 246 323
795 सेवामंदिर 3 इ 350
796-7 के नाथ 26/103. 19/38
7 प्रतियां
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3 A
و
39
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ki Vṛttiyen
11
13
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भाग / विभाग : 3 (प्रा) - जन भक्ति व क्रिया
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वृत्तिः - ( 1 ) गोविन्दाचार्य संस्कृत गद्य ग्रंथाग्र 350
(1) धर्मतिलक
(1) जिनप्रभ
( 1 ) जयसागर ( वर्धमान शिष्य ) गद्य संस्कृत
(1 ) सागरचन्द्र संस्कृत गद्य
(1) अज्ञात
(1) जिनप्रभ
(1) धर्मप्रमोदगरण संस्कृत गद्य
(1) हर्षकीत्ति
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6 copies
3 copies
7 copies
भिन्न 2 प्राचार्य
"
भिन्न 2 वृत्तिकार
31
4
"
17
,
-
समय सुन्दर
पार्श्व चंद
39
31
" 33
मू प.
( सप्तस्मरणादि
मू.
ग्रंथा 271
जिनप्रभ व अन्य
2 copies | बप्पभट्टसूरि व अन्य
ग.
320
300 अभिप्राय चंद्रिका
मानतुङ्ग (स्वोपज्ञ ) प्रभाचार्य सुमति व अन्य प
प.
5
मूवृ. (प.ग.)
33