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स्तुति स्तोत्र स्तवनादि भक्ति साहित्य :
[ 245
10
11
11
तीर्थकर तीर्थ भक्ति
18वीं
8A
9 25 x 11 x 11 x 30 | संपूर्ण 2 स्तोत्र 23x11 x 8 x 27 , 5 श्लोक 26 x 11 x 13 x 48 | ,, 25 श्लोक
1863
17वीं
10x6x7x16 |
सपूर्ण
18वीं
27x11x6x26
1961
तीर्थकर भक्ति
मा.
26x11x14x46 संपूर्ण 51 गा.
19वीं
26x10x10x36
.,
49 गा.
19वीं
25x10x15x541
19वीं
26x12x12x44
|
"
25 गा.
19ीं
13x10x13x24
19वीं
25 x 10x10x36 | अपूर्ण 14 स्तवन पहले 1901 सुभट्टपुर पन्ने 7 से 12 ही हैं।
6 पन्ने कम सहजसुंदर गुटका 15x9x7x14 संपूर्ण 46 गाथा+ कलश 19वीं
तीर्थ तीर्थकर भक्ति,
26 x 11x14x48 संपूर्ण
1812
29x12x12x30
1888
25x11x15x54
19वीं
10x25
X
18वीं
विजयदेव व प्रभ
सूरि दो गुरुभ्राता
24 x 11 ,, 5! गा. 14 x 11 x 12x18 संपूर्ण ग्रंथाग्र 129,16
ढालें 74* | 13x12x10x10 अपूर्ण
1841
:
1845
21x34x23x35 संपूर्ण 16 डालें
1940
26x11x20x54
19वीं
21x10x9x26
अपुर्ण
1840
25x12x10x21
संपूर्ण
19वीं
25x11x14x40
, 56 छंद
19वीं
25x11x11x48/
से 54 गा.
19वीं
36
27x14x16x35
,, ग्रथाग्रं 140
1967 फलोदी
लाभद
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