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Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
224 ]
1
195
196
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199
201
202
203
204
207
208
. नाथ 29/22
205-6 | महावीर 3 इ4,
158
3 इ 5
209
210
211
212
215
216
217
218
219
220
221
222
कोड़ी 1188
| सेवामंदिर 3 इ 342
कोलड़ी 487
1113
223
,,485-86-88
महावीर 3 इ 51
| सेवामंदिर 3 इ345
11
33
"1
2.
31
"1
ओसियां 3 इ363
. नाथ 18 / 86
19/99
329
कोलड़ी
""
27
3 इ 49
कोलड़ी 1/9 गु.
मुनिसुव्रत 3254
के. नाथ 26/92
ओसियां 3 इ 189
मुनिसुव्रत 3 इ253
महावीर 3 इ 20
चौवीस जिन स्तुतियें
37
""
"
"3
213-4 गुटका 2/8,
2 प्रतियां
10/4
के. नाथ 23 /56 | चोवीस स्तुतियें चंत्यवंदन
23/89
चैत्य नमस्कार |
26 / 103 चोवीस जिनस्तवन
"
17
11
"
""
" + वृत्ति
11
#3
""
"1
13
3
11
27
3 प्रतियां
+ वृत्ति
11
www.kobatirth.org
स्तुति पंचाशिका
स्तुतियें 2 प्रतियां
3 A
Cauvisa Jina Stutiyen
"
23
39
29
” +Vrtti
"
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27
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39
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33
""
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3 copies
"
भाग / विभाग : 3 (प्रा) - जैन भक्ति व क्रिया
2 copies
+Vrtti
Cauvisa Jina Stavana
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शोभनमुनि
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"3
शोभनमुनि / जय विजय
शोभनमुनि
(Pañcāsikā) रामविजय (जिनलाभ
का शिष्य)
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17
2 copies
,, Caityavandana लावण्यसमय
Namaskāra पद्मविजय
क्षमाकल्यारण
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क्षमाकल्यारण
पद्मविजय
जिन राजसूरि
यशोविजय
ज्ञानसार
4
""
जनप्रभसूरि
जिनराजसूरि ( जिनसिंह सूरि शिष्य )
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( स्वोपज्ञ ? )
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"1
प.
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मू.ट. (प.ग.)
प
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