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154 ]
भाग (2) जन सिद्धान्त व प्राचार विभाग-(प्र)
3A
963 | के.नाथ 4/16 | शीलोपदेशमाला
Silopadeśa Mäla
जयकीति
मू. (प)
, 3 प्रतियां
,
3 copies
964 , 6/18,19, 965a/b/ 125-29 966 | कथूनाथ 53/5
970
"
+वृत्ति
967 , 29/1 , +बाला. +Bali.
म बा. (प.ग. 968 | मुनिसुव्रत 2/269 श्राद्धदिनकृत्य
Śrāddha Dinakstya देवेन्द्रसूरि
मू. (प) 969 | के नाथ 17/43 कोलड़ी 803A
+Vrtti | .,- देवेन्द्रसूरि स्वोपज्ञ मू वृ (प.ग. 971-3 | के.नाथ 6/9-71,
3 प्रतियां 3 copies
मू. (प.) 15/23 974 , 5/112 " +वृत्ति +Vrtti
मू वृ. (प.ग. 975 , 14/57 | श्राद्धदिनकृत्य का बालावबोध , ki Baliva
bodba 976 कुंथुनाथ 33/7| श्राद्ध वि (धि ?)
Sraddha Vi........
977 महावीर 3 प्रा123| श्राद्धविधिप्रकरण---वृत्ति
| Sraddhavidhi Prakarana
रत्नशेखर रत्नशेखर| मु.वृ.
+
+Vrtti
स्वोपज्ञ
978
,
3 या 36
+
979
,, 3 या 122
,
+ ,
+ ,,
980
के नाथ गू 26/91 श्रावकाराधना
Śrávaka Årādhana
प्रज्ञात
981
प्रोसियां 3 443
प्रोसिया
के.नाथ 14/3
महिमासुंदर
983 | प्रोसियां 3 444 |
अज्ञात
984 | के.नाथ 21/1
समयसुंदर
985
कुंथुनाथ 25/3
986-7 कोलड़ी 378,380|
2 प्रतियां
2 copies
988
375
989
381
देवेन्द्रगणि
990
377
पाठक राजसोम
991
प्रोसियां 3 अ 45
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